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सब्जियों का निर्यात बढ़ाने के लिए सरकार ने बनाया ये प्लान, इजरायल की तर्ज पर हो रहा काम - हरियाणा में सब्जियों की खेती

किसानों के लिए निर्यात के दरवाजे खोलने के लिए प्रदेश सरकार सब्जियों और फलों की पोस्ट हार्वेस्टिंग मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दे रही है. इन केन्द्रों पर किसानों के लिए अपनी फसल की ग्रेडिंग, वॉशिंग, पैकिंग, स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा उपलब्ध होगी.

vegetables in haryana
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Published : Jan 14, 2020, 1:06 PM IST

Updated : Jan 14, 2020, 2:00 PM IST

करनालः इजरायल की तर्ज पर हरियाणा प्रदेश सब्जियों और फलों का बड़ा निर्यातक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. प्रदेश के किसान अपनी खेतों में उगाई गई सब्जियां और फल देश-विदेश की बड़ी मंडियों तक पहुंचा पाए, इसके लिए बागवानी विभाग योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहा है.

140 पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र खोलेगी सरकार
क्रॉप क्लस्टर डिवलपमेंट प्रोग्राम के तहत किसानों को सीधे मार्केट के साथ जोड़ने का काम चल रहा है. इसके लिए किसानों को फसल प्रबंधन की तरफ अग्रसर करने के लिए सरकार ने प्रदेश के 22 जिलों में 140 पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र खोलने की योजना तैयार की है. जिससे प्रदेश के बागवानी किसान जल्द ही अपनी सब्जियां और फल एक्सपोर्ट कर सकेंगे.

क्या है पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र ?
किसानों के लिए निर्यात के दरवाजे खोलने के लिए प्रदेश सरकार सब्जियों और फलों की पोस्ट हार्वेस्टिंग मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दे रही है. इन केन्द्रों पर किसानों के लिए अपनी फसल की ग्रेडिंग, वॉशिंग, पैकिंग, स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा उपलब्ध होगी. ऐसे सेंटर स्थापित करने के लिए हरियाणा सरकार 70 से 90 फीसदी तक अनुदान दे रही है.

पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट से बढ़ेगा सब्जियों का निर्यात, देखें रिपोर्ट.

कई जिलों में खुल गए हैं केंद्र
विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में 42 पोस्ट हार्वेस्ट सेंटर खोलने की तैयारी है, जिनमें से तीन केंद्र अम्बाला, पिहोवा और बाबैन में शुरू हो चुके हैं. इनमें से अम्बाला जिले में शिमला मिर्च और पपीता, बाबैन में आलू, प्याज और टमाटर, पिहोवा में मटर, बंद गोभी और फूल गोभी के लिए केंद्र खुल गए हैं. इसके बाद अब कैथल में 2, फतेहाबाद में 4, हिसार में 9, सिरसा में 5 और यमुनानगर में एक पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र खोला जाएगा.

पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट से सीधे मार्केट से जुड़ेगा किसान
करनाल के घरौंडा स्थित सब्जी उत्कृष्टता केंद्र पर किसानों के लिए ऑटोमेटिक पैक हाउस तैयार किया जा रहा है. यहां से किसान अपनी पैदावार को रंग और आकार के आधार पर ग्रेड करवा सकते है . केंद्र के अधिकारी डॉ. दीपक धतरवाल ने बताया कि पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजेमेंट सीखकर किसान सीधा बाजार से जुड़ेगा. पैकिंग के जरिये किसान अपने उत्पाद की डायरेक्ट मार्केटिंग करते हुए ग्राहक तक पहुंचेंगे. डायरेक्ट मार्केटिंग से किसान का मुनाफा बढे़गा और ग्राहक को अच्छे उत्पाद कम दामों पर मिलेंगे.

ये भी पढ़ेंः- 'वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर' की रेस में रानी रामपाल, सीएम ने की वोट कर जीताने की अपील

करनालः इजरायल की तर्ज पर हरियाणा प्रदेश सब्जियों और फलों का बड़ा निर्यातक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. प्रदेश के किसान अपनी खेतों में उगाई गई सब्जियां और फल देश-विदेश की बड़ी मंडियों तक पहुंचा पाए, इसके लिए बागवानी विभाग योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहा है.

140 पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र खोलेगी सरकार
क्रॉप क्लस्टर डिवलपमेंट प्रोग्राम के तहत किसानों को सीधे मार्केट के साथ जोड़ने का काम चल रहा है. इसके लिए किसानों को फसल प्रबंधन की तरफ अग्रसर करने के लिए सरकार ने प्रदेश के 22 जिलों में 140 पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र खोलने की योजना तैयार की है. जिससे प्रदेश के बागवानी किसान जल्द ही अपनी सब्जियां और फल एक्सपोर्ट कर सकेंगे.

क्या है पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र ?
किसानों के लिए निर्यात के दरवाजे खोलने के लिए प्रदेश सरकार सब्जियों और फलों की पोस्ट हार्वेस्टिंग मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दे रही है. इन केन्द्रों पर किसानों के लिए अपनी फसल की ग्रेडिंग, वॉशिंग, पैकिंग, स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा उपलब्ध होगी. ऐसे सेंटर स्थापित करने के लिए हरियाणा सरकार 70 से 90 फीसदी तक अनुदान दे रही है.

पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट से बढ़ेगा सब्जियों का निर्यात, देखें रिपोर्ट.

कई जिलों में खुल गए हैं केंद्र
विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में 42 पोस्ट हार्वेस्ट सेंटर खोलने की तैयारी है, जिनमें से तीन केंद्र अम्बाला, पिहोवा और बाबैन में शुरू हो चुके हैं. इनमें से अम्बाला जिले में शिमला मिर्च और पपीता, बाबैन में आलू, प्याज और टमाटर, पिहोवा में मटर, बंद गोभी और फूल गोभी के लिए केंद्र खुल गए हैं. इसके बाद अब कैथल में 2, फतेहाबाद में 4, हिसार में 9, सिरसा में 5 और यमुनानगर में एक पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र खोला जाएगा.

पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट से सीधे मार्केट से जुड़ेगा किसान
करनाल के घरौंडा स्थित सब्जी उत्कृष्टता केंद्र पर किसानों के लिए ऑटोमेटिक पैक हाउस तैयार किया जा रहा है. यहां से किसान अपनी पैदावार को रंग और आकार के आधार पर ग्रेड करवा सकते है . केंद्र के अधिकारी डॉ. दीपक धतरवाल ने बताया कि पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजेमेंट सीखकर किसान सीधा बाजार से जुड़ेगा. पैकिंग के जरिये किसान अपने उत्पाद की डायरेक्ट मार्केटिंग करते हुए ग्राहक तक पहुंचेंगे. डायरेक्ट मार्केटिंग से किसान का मुनाफा बढे़गा और ग्राहक को अच्छे उत्पाद कम दामों पर मिलेंगे.

ये भी पढ़ेंः- 'वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर' की रेस में रानी रामपाल, सीएम ने की वोट कर जीताने की अपील

Intro:प्रदेश के बागवानी किसान जल्द ही अपनी सब्जिया व फल कर सकेंगे एक्सपोर्ट, किसानो के लिए निर्यात के दरवाजे खोलने के लिए प्रदेश सरकार सब्जियों व फलो की पोस्ट हार्वेस्टिंग मेनेजमेंट पर दे रही है विशेष ध्यान , इसके लिए बागवानी विभाग ने हरियाणा के विभिन्न ईलाको में 140 पोस्ट हार्वेस्टिंग सेंटर खोलने की बनाई योजना , इन केन्द्रों पर किसान के लिए अपनी फसल की ग्रेडिंग, वाशिंग, पेकिंग, स्टोरेज व ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा होगी उपलब्ध , ऐसे सेंटर स्थापित करने के लिए हरियाणा सरकार 70 से 90 फीसदी तक दे रही है अनुदान , विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलो में 42 पोस्ट हार्वेस्ट सेंटर खोलने की तैयारी जिनमे से तीन केंद्र अम्बाला, पेहवा व बाबैन में हो चुके शुरू । Body:
ईजराईल की तर्ज पर हरियाणा प्रदेश भी सब्जियों व फलो का बड़ा निर्यातक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के किसान अपनी खेतो में उगाई गई सब्जिया व फल देश विदेश की बड़ी मंडियों तक पंहुचा पाए इसके लिए बागवानी विभाग योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहा है। किसानो को फसल प्रबन्धन की तरफ अग्रसर करने के लिए सरकार ने प्रदेश के 22 जिलो में 140 पोस्ट हार्वेस्ट मनेजमेंट केंद्र खोलने की योजना तैयार की है। क्राप क्लस्टर डिवेलपमेंट प्रोग्राम के तहत किसानो को सीधे मार्किट के साथ जोड़ने का कार्य प्रदेश के बागवानी किसान जल्द ही अपनी सब्जिया व फल कर सकेंगे एक्सपोर्ट, किसानो के लिए निर्यात के दरवाजे खोलने के लिए प्रदेश सरकार सब्जियों व फलो की पोस्ट हार्वेस्टिंग मेनेजमेंट पर दे रही है विशेष ध्यान , इसके लिए बागवानी विभाग ने हरियाणा के विभिन्न ईलाको में 140 पोस्ट हार्वेस्टिंग सेंटर खोलने की बनाई योजना , इन केन्द्रों पर किसान के लिए अपनी फसल की ग्रेडिंग, वाशिंग, पेकिंग, स्टोरेज व ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा होगी उपलब्ध , ऐसे सेंटर स्थापित करने के लिए हरियाणा सरकार 70 से 90 फीसदी तक दे रही है अनुदान , विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलो में 42 पोस्ट हार्वेस्ट सेंटर खोलने की तैयारी जिनमे से तीन केंद्र अम्बाला, पेहवा व बाबैन में हो चुके शुरू । कैथल में 2, फतेहाबाद में 4, हिसार में 9, सिरसा में 5 व यमुनानगर में एक पोस्ट हार्वेस्ट मेनेजमेंट केंद्र खोला जायेगा। इनमे से अम्बाला जिले में शिमला मिर्च व पपीता, बाबैन में आलू, प्याज व टमाटर, पेहवा में मटर, बंद गोभी व फुल गोभी के लिए केंद्र खुल गया है। Conclusion:करनाल के घरौंडा स्थित सब्जी उत्कृष्टता केंद्र पर किसानो के लिए आटोमेटिक पैक हाउस तैयार किया जा रहा है . यहाँ से किसान अपनी पैदावार को रंग व आकार के आधार पर ग्रेड करवा सकते है . केंद्र के अधिकारी डॉ दीपक धतरवाल ने बताया कि पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजेमेंट सीखकर किसान सीधा बाजार से जुड़ेगा। पैकिंग के जरिये किसान अपने उत्पाद की डायरेक्ट मार्केटिंग करते हुए ग्राहक तक पहुचेगे। डायरेक्ट मार्केटिंग से किसान का मुनाफा बढेगा और ग्राहक को अच्छे उत्पाद कम दामो पर मिलेगे।

बाईट – डॉ अर्जुन सिंह सैनी महानिदेशक बागवानी विभाग हरियाणा
Last Updated : Jan 14, 2020, 2:00 PM IST
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