ETV Bharat / state

लोगों को मेंटली फिट रहने की सीख दे रही हैं दो बहनें, ऐसे कर रही हैं लोगों को जागरुक

मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) हमारी सबसे बड़ी पूंजी है. आज के समय में कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल का अंधाधुंध प्रयोग भी लोगों को मानसिक रोगी बना रहे हैं. इसी वजह से शनिवार को करनाल की सारथी नाम की संस्था चलाने वाली दो बहनों ने हेल्थ अवेयरनेस अभियान चलाया है.

author img

By

Published : Oct 9, 2021, 8:55 PM IST

Updated : Oct 9, 2021, 10:15 PM IST

two-sisters-of-karnal-running-health-awareness-campaign
लोगों को मेंटल फिट रहने की सीख दे रही हैं दो बहनें

करनाल: भारत में हर साल लाखों लोग डिप्रेशन (Depression) का शिकार होकर आत्महत्या कर लेते हैं. देश में मानसिक रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिस तरह लोगों में आगे बढ़ने की स्पर्धा बढ़ने के साथ-साथ कुछ पाने की अपेक्षा बढ़ती जा रही है. लोग तनाव का शिकार हो रहे हैं. इसी वजह से शनिवार को करनाल की सारथी नाम की संस्था चलाने वाली दो बहनों ने हेल्थ अवेयरनेस अभियान (Health Awareness Campaign) चलाया है.

जन्म से लेकर मौत तक व्यक्ति अंतहीन अपेक्षा के पीछे दौड़ रहा है. अंतहीन अपेक्षा के कारण व्यक्ति मानसिक असुरक्षा का शिकार (Victim Of Mental Insecurity) हो रहा है. देश में बदलती लाइफस्टाइल और दौड़ भाग से भरी जिंदगी हमें शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और दिल का रोग तो दे रही है. साथ ही साथ हम मानसिक विकार के भी शिकार हो रहे हैं. आज देश में हर दूसरा व्यक्ति किसी ना किसी प्रकार के मानसिक रोग का शिकार है.

लोगों को मेंटल फिट रहने की सीख दे रही हैं दो बहनें, देखिए वीडियो

खुद को फिट रखने के लिए लोग फिजिकल फिटनेस पर तो ध्यान देने लगे हैं लेकिन मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना अक्सर भूल जाते हैं. मानसिक स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी पूंजी है. आज के समय में कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल का अंधाधुंध प्रयोग भी लोगों को मानसिक रोगी बना रहे हैं. करनाल में भी मानसिक रोगियों की संख्या बढ़ रही है. पहले मनोवैज्ञानिको और मनोचिकित्सकों से लोग भागते थे. अब बच्चों के पहली बार स्कूल एडमिशन से लेकर उच्च शिक्षा तक बच्चे को साइक्लोजेस्ट और साइकेट्रिस्ट की जरूरत पड़ती है.

ये पढे़ं- यूनिसेफ की रिपोर्ट ने किया आगाह, बच्चों की मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना क्यों जरूरी है ?

इन्हीं सभी भ्रांतियों (Misconceptions) को दूर भगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाने का निर्णय लिया. करनाल में भी पहली बार सामाजिक संस्था सारथी का संचालन करने वाली दो बहनों की अगुवाई में और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिलकर मेंटल हेल्थ अवेयरनेस अभियान चलाया, जिसका उद्घाटन एसडीएम व सीएमओ करनाल द्वारा फाउंटेन चौक से किया गया. लोगों को जागरूक करने के लिए यह मार्च निकाला गया.

वहीं अगर बात मेंटल हेल्थ की हो तो सबसे कॉमन समस्या टेंशन और किसकी होती है. आज की भागती दौड़ती जिंदगी में टेंशन और स्ट्रेस ना चाहते हुए भी हमारी लाइफ का हिस्सा बन गए हैं. यही वजह है कि उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आज हर इंसान किसी ना किसी वजह से टेंशन में है किसी को निजी जिंदगी का तनाव है तो किसी को प्रोफेशनल लाइफ का टेंशन जिसका असर अब सीधा लोगों की हेल्थ पर पड़ने लगा है. तनाव की वजह से कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं.

तनाव से आप खुद को बचा सकते हैं कुछ चीजों का अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाकर.वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर आज ईटीवी भारत के साथ जुड़े हुए हैं नागरिक अस्पताल के अनुभवी मनोचिकित्सक डॉक्टर मनन गुप्ता हमें बताएंगे ऐसे उपाय जिससे आप टेंशन और स्ट्रेस को खुद पर हावी होने से बचा सकते हैं.

two sisters of karnal running Health Awareness Campaign
अपने हाथ पर स्लोगन लिख मानसिक रोगियों का बढ़ाया हौसला.

1. स्ट्रेस दूर करने के लिए एक्सरसाइज जरूरी: टेंशन को दूर भगाने के लिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज बेहद जरूरी है फिजिकल हेल्थ के साथ एक्सरसाइज मेंटल हेल्थ के लिए भी कारगर उपाय है जब आप व्यायाम या मेडिटेशन (Exercise Or Meditation) करते हैं तो आपका माइंड फोकस होता है और आपके दिमाग में इधर-उधर की बातें जगह नहीं बना पाती इसके अलावा डाइट का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है डाइट में आप ग्रीन वेजिटेबल्स जैसे पालक मेथी को शामिल करें इसके साथ ही नट और सीड को भी अपनी रोजाना की डाइट का हिस्सा बना सकते हैं रनिंग भी एक अच्छी एक्सरसाइज है जो तनाव को दूर करने का काम करती है.

ये पढे़ं- Mental Health Day 2021 : मलाइका अरोड़ा का CONFESSION, बोलीं- इस कारण बच सकी हूं

2. मन की बात दूसरों से शेयर करें: अक्सर तनाव में वह लोग रहते हैं जो अपनी टेंशन को अपने अंदर दबा कर रखते हैं और किसी के भी साथ उसे शेयर नहीं करते ऐसा लंबे समय तक करने से तनाव लगातार बढ़ता जाता है और एक समय के बाद मानसिक बीमारी का कारण बन जाता है ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि अगर आपको कोई बात लगातार परेशान कर रही है तो उसे अपने परिवार या फिर दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जब आप अपनी प्रॉब्लम को अपने करीबियों के साथ साझा करेंगे तो उसका कोई ना कोई उपाय निकलकर जरूर आएगा.

3. हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करें: हमें अपनी लाइफ में हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करते रहना चाहिए नया सीखते रहने से माइंड एक्टिव रहता है और मन को भी खुशी मिलती है यह बहुत जरूरी है कि आप वह करें जिसे करने से आपको खुशी मिलती है अपने पसंद की चीज करने के लिए समय निकालें और करें ऐसा करने से आपका माइंड एक्टिव रहेगा और हेल्दी भी.

ये भी पढ़ें- हिसार में बढ़ा डेंगू का प्रकोप, एक हफ्ते में 40 मामले आए सामने

4. अच्छी नींद लें: हेल्दी माइंड और हेल्दी बॉडी के लिए अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है अगर आपकी रात को नींद अच्छे से पूरी हुई है तो आप पूरे दिन एक्टिव रहेंगे इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें की रात के वक्त 6 से 7 घंटे की अच्छी नींद और चैन की नींद ले.

बहरहाल टेंशन और स्ट्रेस को जल्द काबू करने के लिए हर एक व्यक्ति को यह टिप्स अपनाने होंगे और अपने मन के विचारों को दूसरे के साथ शेयर भी जरूर करना होगा तभी इस भागदौड़ और ड्रेस भरी जिंदगी मैं अच्छे से जिया जा सकता है. हर दूसरा व्यक्ति हो रहा मनोविकार का शिकार, भारत मे प्रतिवर्ष लाखों लोग डिप्रेशन के कारण कर रहे हैं आत्महत्या जिसमें युवा पीढ़ी सबसे आगे.

ये पढ़ें- दो संस्थानों ने बनाई तकनीक-डिवाइस करेगा डिप्रेशन को डिटेक्ट

करनाल: भारत में हर साल लाखों लोग डिप्रेशन (Depression) का शिकार होकर आत्महत्या कर लेते हैं. देश में मानसिक रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिस तरह लोगों में आगे बढ़ने की स्पर्धा बढ़ने के साथ-साथ कुछ पाने की अपेक्षा बढ़ती जा रही है. लोग तनाव का शिकार हो रहे हैं. इसी वजह से शनिवार को करनाल की सारथी नाम की संस्था चलाने वाली दो बहनों ने हेल्थ अवेयरनेस अभियान (Health Awareness Campaign) चलाया है.

जन्म से लेकर मौत तक व्यक्ति अंतहीन अपेक्षा के पीछे दौड़ रहा है. अंतहीन अपेक्षा के कारण व्यक्ति मानसिक असुरक्षा का शिकार (Victim Of Mental Insecurity) हो रहा है. देश में बदलती लाइफस्टाइल और दौड़ भाग से भरी जिंदगी हमें शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और दिल का रोग तो दे रही है. साथ ही साथ हम मानसिक विकार के भी शिकार हो रहे हैं. आज देश में हर दूसरा व्यक्ति किसी ना किसी प्रकार के मानसिक रोग का शिकार है.

लोगों को मेंटल फिट रहने की सीख दे रही हैं दो बहनें, देखिए वीडियो

खुद को फिट रखने के लिए लोग फिजिकल फिटनेस पर तो ध्यान देने लगे हैं लेकिन मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना अक्सर भूल जाते हैं. मानसिक स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी पूंजी है. आज के समय में कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल का अंधाधुंध प्रयोग भी लोगों को मानसिक रोगी बना रहे हैं. करनाल में भी मानसिक रोगियों की संख्या बढ़ रही है. पहले मनोवैज्ञानिको और मनोचिकित्सकों से लोग भागते थे. अब बच्चों के पहली बार स्कूल एडमिशन से लेकर उच्च शिक्षा तक बच्चे को साइक्लोजेस्ट और साइकेट्रिस्ट की जरूरत पड़ती है.

ये पढे़ं- यूनिसेफ की रिपोर्ट ने किया आगाह, बच्चों की मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना क्यों जरूरी है ?

इन्हीं सभी भ्रांतियों (Misconceptions) को दूर भगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाने का निर्णय लिया. करनाल में भी पहली बार सामाजिक संस्था सारथी का संचालन करने वाली दो बहनों की अगुवाई में और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिलकर मेंटल हेल्थ अवेयरनेस अभियान चलाया, जिसका उद्घाटन एसडीएम व सीएमओ करनाल द्वारा फाउंटेन चौक से किया गया. लोगों को जागरूक करने के लिए यह मार्च निकाला गया.

वहीं अगर बात मेंटल हेल्थ की हो तो सबसे कॉमन समस्या टेंशन और किसकी होती है. आज की भागती दौड़ती जिंदगी में टेंशन और स्ट्रेस ना चाहते हुए भी हमारी लाइफ का हिस्सा बन गए हैं. यही वजह है कि उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आज हर इंसान किसी ना किसी वजह से टेंशन में है किसी को निजी जिंदगी का तनाव है तो किसी को प्रोफेशनल लाइफ का टेंशन जिसका असर अब सीधा लोगों की हेल्थ पर पड़ने लगा है. तनाव की वजह से कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं.

तनाव से आप खुद को बचा सकते हैं कुछ चीजों का अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाकर.वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर आज ईटीवी भारत के साथ जुड़े हुए हैं नागरिक अस्पताल के अनुभवी मनोचिकित्सक डॉक्टर मनन गुप्ता हमें बताएंगे ऐसे उपाय जिससे आप टेंशन और स्ट्रेस को खुद पर हावी होने से बचा सकते हैं.

two sisters of karnal running Health Awareness Campaign
अपने हाथ पर स्लोगन लिख मानसिक रोगियों का बढ़ाया हौसला.

1. स्ट्रेस दूर करने के लिए एक्सरसाइज जरूरी: टेंशन को दूर भगाने के लिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज बेहद जरूरी है फिजिकल हेल्थ के साथ एक्सरसाइज मेंटल हेल्थ के लिए भी कारगर उपाय है जब आप व्यायाम या मेडिटेशन (Exercise Or Meditation) करते हैं तो आपका माइंड फोकस होता है और आपके दिमाग में इधर-उधर की बातें जगह नहीं बना पाती इसके अलावा डाइट का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है डाइट में आप ग्रीन वेजिटेबल्स जैसे पालक मेथी को शामिल करें इसके साथ ही नट और सीड को भी अपनी रोजाना की डाइट का हिस्सा बना सकते हैं रनिंग भी एक अच्छी एक्सरसाइज है जो तनाव को दूर करने का काम करती है.

ये पढे़ं- Mental Health Day 2021 : मलाइका अरोड़ा का CONFESSION, बोलीं- इस कारण बच सकी हूं

2. मन की बात दूसरों से शेयर करें: अक्सर तनाव में वह लोग रहते हैं जो अपनी टेंशन को अपने अंदर दबा कर रखते हैं और किसी के भी साथ उसे शेयर नहीं करते ऐसा लंबे समय तक करने से तनाव लगातार बढ़ता जाता है और एक समय के बाद मानसिक बीमारी का कारण बन जाता है ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि अगर आपको कोई बात लगातार परेशान कर रही है तो उसे अपने परिवार या फिर दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जब आप अपनी प्रॉब्लम को अपने करीबियों के साथ साझा करेंगे तो उसका कोई ना कोई उपाय निकलकर जरूर आएगा.

3. हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करें: हमें अपनी लाइफ में हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करते रहना चाहिए नया सीखते रहने से माइंड एक्टिव रहता है और मन को भी खुशी मिलती है यह बहुत जरूरी है कि आप वह करें जिसे करने से आपको खुशी मिलती है अपने पसंद की चीज करने के लिए समय निकालें और करें ऐसा करने से आपका माइंड एक्टिव रहेगा और हेल्दी भी.

ये भी पढ़ें- हिसार में बढ़ा डेंगू का प्रकोप, एक हफ्ते में 40 मामले आए सामने

4. अच्छी नींद लें: हेल्दी माइंड और हेल्दी बॉडी के लिए अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है अगर आपकी रात को नींद अच्छे से पूरी हुई है तो आप पूरे दिन एक्टिव रहेंगे इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें की रात के वक्त 6 से 7 घंटे की अच्छी नींद और चैन की नींद ले.

बहरहाल टेंशन और स्ट्रेस को जल्द काबू करने के लिए हर एक व्यक्ति को यह टिप्स अपनाने होंगे और अपने मन के विचारों को दूसरे के साथ शेयर भी जरूर करना होगा तभी इस भागदौड़ और ड्रेस भरी जिंदगी मैं अच्छे से जिया जा सकता है. हर दूसरा व्यक्ति हो रहा मनोविकार का शिकार, भारत मे प्रतिवर्ष लाखों लोग डिप्रेशन के कारण कर रहे हैं आत्महत्या जिसमें युवा पीढ़ी सबसे आगे.

ये पढ़ें- दो संस्थानों ने बनाई तकनीक-डिवाइस करेगा डिप्रेशन को डिटेक्ट

Last Updated : Oct 9, 2021, 10:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.