करनाल: पुलिस विभाग में सामने आए घोटाले में आरोपी पुलिस कर्मचारी साहब सिंह और राजबीर सिंह को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में पेश दोनों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. 24 फरवरी को दोनों पुलिस कर्मियों को दोबारा पेश किया जाएगा.
कोर्ट में पेश हुए आरोपी पुलिसकर्मी
इस मामले में किसी व्यक्ति ने सीएम के नाम शिकायत भेजी थी, जिस पर डीजीपी के आदेश पर जांच के बाद कार्रवाई की गई. दो पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद उनकी कोर्ट में पेशी हुई.
करनाल पुलिस अकाउंट में घोटाला
दोनों पुलिसकर्मियों को बिल में फर्जीावाड़े को लेकर गिरफ्तार किया गया है. दोनों पुलिसकर्मी फर्जी बिल और फर्जी यूनिक आईडी बनाकर फर्जीवाड़ा करते थे. वहीं करनाल पूरे मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है.
क्या है मामला?
बता दें कि करनाल में एसपी ऑफिस की अकाउंट ब्रांच में पुलिसकर्मियों के (ट्रैवलिंग अलाउंस) टीए के नाम पर 44 लाख 35 हजार 375 रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया था. 12 फरवरी को सीएम के नाम भेजी शिकायत डीजीपी को मिलने पर जांच की गई तब जाकर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया था.
मामले में आरोपी एएसआई साहब सिंह और एएसआई राजबीर को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि दो अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है. फर्जीवाड़े में पूरी अकाउंट ब्रांच के संलिप्त हाेने का संदेह जताया जा रहा है. एसपी ने इंद्री के डीएसपी रणधीर सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की है, जो मामले की जांच कर रिपोर्ट एसपी को देंगे.
आखिर चुप्पी क्यों साध रही पुलिस
पुलिस की इस मामले में किरकिरी हो रही है. जब मीडिया ने एसएचओ संजीव गौड़ से बात करने की कोशिश करने की तो वहां से 'नो कमेंट्स' कहते हुए निकल गए. सवाल ये उठता है कि पुलिस के अधिकारी आखिर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं? और क्यों अधिकारी इस केस में ऐसे बर्ताव कर रहे हैं.