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करनाल जिले में कुल 5,600 NGO रजिस्टर्ड, फर्जी संस्थाओं पर रहती है सरकार की पैनी नजर - करनाल 5600 एनजीओ रजिस्टर्ड

करनाल में जो एनजीओ या संस्थाएं चल रही हैं वो निस्वार्थ भाव से काम कर रही है. जिले में फिलहाल कहीं भी फर्जी मामलों की कोई खबर सामने नहीं आई और लगभग सभी एनजीओ/संस्थाओं पर सरकार की नजर बनी रहती है ताकि कोई भी एनजीओ के नाम पर लोगों से रूपये ना वूसल सके.

karnal fake NGO
फर्जी संस्थाओं पर रहती है सरकार की पैनी नजर
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Published : Mar 20, 2021, 4:55 PM IST

करनाल: हमारे देश में गरीब बच्चों और समाज हित के लिए काम करने वाले बहुत से ऐसे लोग हैं, जो NGO's बनाकर ऐसे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में मदद कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो समाज सेवा की आड़ में फर्जीवाड़े का धंधा कर लोगों से मोटी रकम ऐंठतें हैं और ऐसे लोगों की वजह से उन लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जो सच में सामाजिक हित में काम करना चाहतें हैं.

ये भी पढ़ें: करनाल नगर निगम में कर्मचारियों का टोटा, कैसे पूरा होगा स्मार्ट सिटी का सपना?

इन फर्जी एनजीओ के बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत ने सीएम सिटी करनाल का जायजा लिया और जांच पड़ताल कर जानने की कोशिश की, कि यहां पर कितनी संस्थाएं ऐसी है जो रजिस्टर्ड हैं और जो रजिस्टरर्ड नहीं उन पर क्या कार्रवाई की जाती है.

करनाल जिले में कुल 5,600 एनजीओ रजिस्टर्ड

करनाल में इतनी रजिस्टर्ड संस्थाएं

इस बारे में करनाल डिस्ट्रिक्ट रजिस्टर ऑफ फर्म एंड सोसाइटी हरियाणा विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर सचिन से जब हमने बात की उन्होंने कहा कि हमारे जिले में अब तक लगभग 5,600 संस्था रजिस्टर्ड है, जो हमारे अंतर्गत काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि अगर कोई भी व्यक्ति एनजीओ या संस्था शुरू करना चाहता है तो तीन व्यक्तियों की आवश्यकता होती है.

karnal fake NGO
करनाल जिले में कुल 5,600 एनजीओ रजिस्टर्ड

इस तरह से करवा सकते हैं एनजीओ का रजिस्ट्रेशन

तीनों व्यक्तियों से कम किसी भी संस्था या एनजीओ को रजिस्टर नहीं करवा सकते. तीनों व्यक्तियों का पहचान पत्र और कुछ कागजात की आवश्यकता होती है जो वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर किया जाता है.

फिर वहां पर उसकी ऑनलाइन 100 रुपये की फीस कटती है जिसे नाम अप्रूवल फीस कहा जाता है और जब कुछ दिनों बाद वह वेरीफाई हो जाती है तो 2,700 रुपये की फीस और देनी पड़ती है जिससे उसका एनजीओ पूर्ण तरह से रजिस्टर हो जाता है.

karnal fake NGO
इस तरह से करवा सकतें है एनजीओ का रजिस्ट्रेशन

ये भी पढ़ें: कोरोना टला नहीं, करनाल में लापरवाही जारी: जिले में दोबारा संक्रमण फैला तो जिम्मेदार कौन?

उन्होंने कहा कि हमारे जिले में 5,600 संस्था चल रही हैं जिनमें से लगभग 2,100 संस्था ऐसी है जो हरियाणा रजिस्ट्रेशन सोसायटी एक्ट 2012 के अंतर्गत नई रजिस्टर्ड हुई है और पिछले 3 महीनों में करनाल में 50 नई एनजीओ/ संस्था रजिस्टर्ड हुई है.

वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि समाजिक काम करना अच्छी बात है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो फर्जी तौर पर संस्था का नाम लेकर पैसे एंठने का काम करते हैं इनके ऊपर आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाता है.

कला रागनी नाम से एनजीओ चला रहे रजनी और अंजू ने बताया कि वो निस्वार्थ भाव से बच्चों के लिए काम कर रही है और अगर कोई व्यक्ति फर्जी तौर पर संस्था या एनजीओ बनाकर सिर्फ पैसे कमाना चाहता है तो उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि ऐसे लोगों की वजह से किसी भी संस्था का नाम खराब ना हो.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के इस गांव ने लिंगानुपात में रचा इतिहास, 1 हजार लड़कों पर 1305 लड़कियां

फिलहाल करनाल में जो एनजीओ या संस्थाएं चल रही हैं वो निस्वार्थ भाव से काम कर रही है. विभाग को अभी तक कोई भी ऐसी शिकायत नहीं मिली जिससे ये स्पष्ट हो सके कि कोई व्यक्ति पैसे एंठने का काम कर रहा है और अगर ऐसा कोई करता है विभाग का कहना है कि उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है.

करनाल: हमारे देश में गरीब बच्चों और समाज हित के लिए काम करने वाले बहुत से ऐसे लोग हैं, जो NGO's बनाकर ऐसे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में मदद कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो समाज सेवा की आड़ में फर्जीवाड़े का धंधा कर लोगों से मोटी रकम ऐंठतें हैं और ऐसे लोगों की वजह से उन लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जो सच में सामाजिक हित में काम करना चाहतें हैं.

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इन फर्जी एनजीओ के बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत ने सीएम सिटी करनाल का जायजा लिया और जांच पड़ताल कर जानने की कोशिश की, कि यहां पर कितनी संस्थाएं ऐसी है जो रजिस्टर्ड हैं और जो रजिस्टरर्ड नहीं उन पर क्या कार्रवाई की जाती है.

करनाल जिले में कुल 5,600 एनजीओ रजिस्टर्ड

करनाल में इतनी रजिस्टर्ड संस्थाएं

इस बारे में करनाल डिस्ट्रिक्ट रजिस्टर ऑफ फर्म एंड सोसाइटी हरियाणा विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर सचिन से जब हमने बात की उन्होंने कहा कि हमारे जिले में अब तक लगभग 5,600 संस्था रजिस्टर्ड है, जो हमारे अंतर्गत काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि अगर कोई भी व्यक्ति एनजीओ या संस्था शुरू करना चाहता है तो तीन व्यक्तियों की आवश्यकता होती है.

karnal fake NGO
करनाल जिले में कुल 5,600 एनजीओ रजिस्टर्ड

इस तरह से करवा सकते हैं एनजीओ का रजिस्ट्रेशन

तीनों व्यक्तियों से कम किसी भी संस्था या एनजीओ को रजिस्टर नहीं करवा सकते. तीनों व्यक्तियों का पहचान पत्र और कुछ कागजात की आवश्यकता होती है जो वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर किया जाता है.

फिर वहां पर उसकी ऑनलाइन 100 रुपये की फीस कटती है जिसे नाम अप्रूवल फीस कहा जाता है और जब कुछ दिनों बाद वह वेरीफाई हो जाती है तो 2,700 रुपये की फीस और देनी पड़ती है जिससे उसका एनजीओ पूर्ण तरह से रजिस्टर हो जाता है.

karnal fake NGO
इस तरह से करवा सकतें है एनजीओ का रजिस्ट्रेशन

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उन्होंने कहा कि हमारे जिले में 5,600 संस्था चल रही हैं जिनमें से लगभग 2,100 संस्था ऐसी है जो हरियाणा रजिस्ट्रेशन सोसायटी एक्ट 2012 के अंतर्गत नई रजिस्टर्ड हुई है और पिछले 3 महीनों में करनाल में 50 नई एनजीओ/ संस्था रजिस्टर्ड हुई है.

वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि समाजिक काम करना अच्छी बात है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो फर्जी तौर पर संस्था का नाम लेकर पैसे एंठने का काम करते हैं इनके ऊपर आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाता है.

कला रागनी नाम से एनजीओ चला रहे रजनी और अंजू ने बताया कि वो निस्वार्थ भाव से बच्चों के लिए काम कर रही है और अगर कोई व्यक्ति फर्जी तौर पर संस्था या एनजीओ बनाकर सिर्फ पैसे कमाना चाहता है तो उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि ऐसे लोगों की वजह से किसी भी संस्था का नाम खराब ना हो.

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फिलहाल करनाल में जो एनजीओ या संस्थाएं चल रही हैं वो निस्वार्थ भाव से काम कर रही है. विभाग को अभी तक कोई भी ऐसी शिकायत नहीं मिली जिससे ये स्पष्ट हो सके कि कोई व्यक्ति पैसे एंठने का काम कर रहा है और अगर ऐसा कोई करता है विभाग का कहना है कि उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है.

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