करनाल: 5 मई को पकड़े गए चार संदिग्ध आतंकियों के मामले में करनाल पुलिस रोजना नए-नए खुलासे कर (Case of Terrorists caught in Karnal) रही है. आतंकियों से पूछताछ के दौरान पहले फर्जी सिम कार्ड और अब गाड़ियों की फर्जी आरसी का खुलासा हुआ है. करनाल के एसपी गंगाराम पूनिया ने बताया कि पकड़े गए चार आतंकियों के पास से पूछताछ और जांच के दौरान दो कारों की फर्जी आरसी बरामद की गई थी. असली आरसी की एक गाड़ी यमुनानगर और दूसरी पानीपत में चल रही है.
इसके संबंध में मधुबन थाना पुलिस ने 10 मई को एक एफआईआर भी दर्ज की है. उन्होंने कहा कि पकड़े गए आतंकियों से विभिन्न एजेंसियां भी पूछताछ कर रही हैं. इन एजेंसियों का कोआर्डिनेशन करनाल पुलिस के साथ बना हुआ है और उनकी टीमें भी यहां आई हुई हैं. उन्होंने कहा कि फर्जी आरसी पर चल रही गाड़ियों की धरपकड़ अभी करनाल पुलिस द्वारा नहीं की गई है. लेकिन नकली आरसी बनाने वाले एक व्यक्ति की गिरफ्तार के लिए पुलिस टीम गई हुई है. नकली आरसी बनाने वाले को पुलिस कहां पकड़ने गई है. इसका खुलासा अभी नहीं किया है.
एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि संदिग्ध आतंकी गुरप्रीत के फिरोजपुर में चल रहे बैंक खाते की डिटेल भी पुलिस ने निकाली है. जिससे ये पता चला की गुरप्रीत ने कई बार बड़ी मात्रा में पैसे का लेन देन किया है. उन्होंने कहा कि जांच में ये भी पाया गया की इनका संबंध हवाला से भी जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि पकड़े गए चारों आरोपियों का पुलिस रिमांड अभी चल रहा है. इस दौरान इन्हें तरनतारन और फिरोजपुर ले जाया गया, ताकि जांच में और तथ्य प्राप्त किए जा सकें.
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पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया (Karnal SP Gangaram Poonia) ने कहा कि आला अधिकारियों द्वारा यह स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले की जांच गंभीरता से की जाए, ताकि कोई भी तथ्य अधूरा न रहे. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस को कई और जानकारियां मिली हैं. उन्होंने कहा कि इस आतंकी घटना से संबंधित हथियारों या विस्फोटक को ले जाने और पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों का करनाल से कोई संबंध नहीं मिला है.
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