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साल 2023 में लगेंगे 2 सूर्यग्रहण और 2 चंद्रग्रहण, जानिए ग्रहण की तारीख, समय और सूतक काल

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Published : Jan 1, 2023, 2:04 PM IST

नए साल के शुरू होते ही सभी लोगों के मन में जिज्ञासा होने लगती है कि हमारा ये वर्ष कैसा बीतेगा. ज्योतिष के अनुसार इस साल 4 ग्रहण लगेंगे. साल 2023 में पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल 2023, गुरुवार के दिन लगेगा. इसके अलावा और ग्रहण कब लगेंगे. ग्रहण के समय क्या करें और क्या न करें इसे जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर... (Solar eclipse and lunar eclipse in 2023)

Solar eclipse and lunar eclipse in 2023
2023 में लगेंगे 2 सूर्यग्रहण और 2 चंद्रग्रहण
ज्योतिषाचार्य पंडित विश्वनाथ

करनाल: नया साल शुरू हो गया है. ज्योतिष गणनाओं के अनुसार साल 2023 में 4 ग्रहण लगेंगे, जिनमें दो चंद्रग्रहण होंगे और दो सूर्य ग्रहण. आइए जानते हैं कब और किस समय लगेंगे नए साल में चंद्र और सूर्यग्रहण और क्या रहेगा सूतक का समय. कई लोग अभी से यह जानना चाह रहे हैं कि साल 2023 में कितने ग्रहण लगेंगे और कब लगेंगे? आइए आज नए साल में लगने वाले सूर्य और चंद्र ग्रहण के बारे में जानते हैं. (future prediction for new year 2023)

नए साल में सूर्यग्रहण: ज्योतिष के अनुसार साल 2023 में कुल चार ग्रहण पड़ने वाला है. इसमें से दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण हैं. साल 2023 में पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल 2023, गुरुवार के दिन लगेगा. यह ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा, लेकिन भारत में न दिखाई देने के कारण यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा. साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर, शनिवार के दिन लगेगा. यह ग्रहण भारत के अलावा पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिका और अंटार्कटिका में दिखाई देगा. (Surya Grahan 2023) (Solar eclipse in 2023)

नए साल में चंद्र ग्रहण: साल का पहला चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 5 मई 2023 को लगेगा. यह चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 45 मिनट पर शुरू होगा और रात 1 बजे खत्म होगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाएगा. वहीं, साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण रविवार, 29 अक्टूबर 2023 को लगेगा. इस दिन यह ग्रहण दोपहर 1 बजकर 6 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. यह है कि यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. साथ ही सूतक काल भी मान्य रहेगा. (Chandra Grahan 2023) (lunar eclipse in 2023)

कैसे लगता है ग्रहण?: सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता है, जबकि चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, उस समय चंद्रमा पृथ्वी की छाया से ढक जाता है.

कब लगत है सूतक काल: ग्रहण से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण के शुरू होने से करीब नौ घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. इस अवधि के दौरान किसी भी तरह का कोई शुभ काम या पूजा-पाठ करना वर्जित होता है. (Solar eclipse and lunar eclipse in 2023 )

ग्रहण काल के दौरान बरतें ये सावधानी

  1. इस काल में यानी ग्रहण काल में प्रयास करें कि आप कोई आहार ग्रहण न करें.
  2. इस समय में जिस भी ईश्वर के स्वरूप की उपासना करते हों उसकी उपासना करें.
  3. अन्यथा इस समय में भगवान के नाम का भजन कीर्तन करें.
  4. ग्रहण काल के समाप्त हो जाने के बाद सम्भव हो तो स्नान कर लें.
  5. या हाथ पैर धोकर कुछ न कुछ चन्द्रमा की वस्तुओं का दान करें.
  6. चावल, चीनी, दूध, नारियल और चांदी का दान शुभ होगा.
  7. गर्भवती महिलाओं को इस काल में श्री कृष्ण की उपासना करनी चाहिए.
  8. ग्रहण के नियम बीमार, वृद्ध और बच्चों पर लागू नहीं होते.

ग्रहण के दौरान करें ये विशेष उपाय

  1. स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान शिव के समक्ष बैठें.
  2. एक घी का दीपक जलाएं और भगवान शिव को सफेद फूल अर्पित करें.
  3. इसके बाद या तो शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें.
  4. या 'ॐ चन्द्रशेखराय नमः' का जाप करें.
  5. पूजा के बाद भगवान शिव से कृपा की प्रार्थना करें.

ग्रहण का महत्व: ज्योतिषाचार्य पंडित विश्वनाथ का कहना है कि, पारंपरिक मान्यता है कि सूर्य और चंद्रमा की स्थिति में कोई भी बदलाव गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है. यही कारण है कि कई संस्कृतियों, समुदायों और क्षेत्रों में, गर्भवती महिलाओं को अक्सर किसी भी खतरे से बचने के लिए इस दौरान कुछ सावधानियों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

युगों से गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रहण (सूर्य और चंद्र दोनों) को बुरा माना जाता है. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे न केवल अपने स्वास्थ्य का बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे का भी विशेष ध्यान रखें. हालांकि दावों का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन आम धारणा यह बताती है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. (future prediction for new year 2023)

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें: इस बात का कोई पुख्ता सबूत या वैज्ञानिक समर्थन नहीं है कि चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं को प्रभावित कर सकता है. हालांकि, आप में से जो अभी भी एहतियात बरतना चाहते हैं, उनके लिए क्या करें और क्या न करें की सूची दी गई है.

घर से बाहर जाने से बचें:

  1. ग्रहण के समय पका हुआ कोई भी भोजन न करें.
  2. ग्रहण की अवधि में गर्भवती महिलाओं को काम नहीं करना चाहिए और आराम करना चाहिए.
  3. ग्रहण के दौरान कुछ भी न पिएं और न ही कुछ खाएं.
  4. नुकीली चीजों जैसे चाकू, कैंची, सूई आदि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
  5. खिड़कियों को मोटे पर्दों, अखबारों या गत्ते से ढक दें ताकि ग्रहण की किरणें आपके घर में प्रवेश न कर सकें.
  6. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें.

ये भी पढ़ें: इस साल प्रत्येक महीने का खास राशिफल, जानें Varshik Rashifal 2023 में विस्तार से

ज्योतिषाचार्य पंडित विश्वनाथ

करनाल: नया साल शुरू हो गया है. ज्योतिष गणनाओं के अनुसार साल 2023 में 4 ग्रहण लगेंगे, जिनमें दो चंद्रग्रहण होंगे और दो सूर्य ग्रहण. आइए जानते हैं कब और किस समय लगेंगे नए साल में चंद्र और सूर्यग्रहण और क्या रहेगा सूतक का समय. कई लोग अभी से यह जानना चाह रहे हैं कि साल 2023 में कितने ग्रहण लगेंगे और कब लगेंगे? आइए आज नए साल में लगने वाले सूर्य और चंद्र ग्रहण के बारे में जानते हैं. (future prediction for new year 2023)

नए साल में सूर्यग्रहण: ज्योतिष के अनुसार साल 2023 में कुल चार ग्रहण पड़ने वाला है. इसमें से दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण हैं. साल 2023 में पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल 2023, गुरुवार के दिन लगेगा. यह ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा, लेकिन भारत में न दिखाई देने के कारण यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा. साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर, शनिवार के दिन लगेगा. यह ग्रहण भारत के अलावा पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिका और अंटार्कटिका में दिखाई देगा. (Surya Grahan 2023) (Solar eclipse in 2023)

नए साल में चंद्र ग्रहण: साल का पहला चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 5 मई 2023 को लगेगा. यह चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 45 मिनट पर शुरू होगा और रात 1 बजे खत्म होगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाएगा. वहीं, साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण रविवार, 29 अक्टूबर 2023 को लगेगा. इस दिन यह ग्रहण दोपहर 1 बजकर 6 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. यह है कि यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. साथ ही सूतक काल भी मान्य रहेगा. (Chandra Grahan 2023) (lunar eclipse in 2023)

कैसे लगता है ग्रहण?: सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता है, जबकि चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, उस समय चंद्रमा पृथ्वी की छाया से ढक जाता है.

कब लगत है सूतक काल: ग्रहण से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण के शुरू होने से करीब नौ घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. इस अवधि के दौरान किसी भी तरह का कोई शुभ काम या पूजा-पाठ करना वर्जित होता है. (Solar eclipse and lunar eclipse in 2023 )

ग्रहण काल के दौरान बरतें ये सावधानी

  1. इस काल में यानी ग्रहण काल में प्रयास करें कि आप कोई आहार ग्रहण न करें.
  2. इस समय में जिस भी ईश्वर के स्वरूप की उपासना करते हों उसकी उपासना करें.
  3. अन्यथा इस समय में भगवान के नाम का भजन कीर्तन करें.
  4. ग्रहण काल के समाप्त हो जाने के बाद सम्भव हो तो स्नान कर लें.
  5. या हाथ पैर धोकर कुछ न कुछ चन्द्रमा की वस्तुओं का दान करें.
  6. चावल, चीनी, दूध, नारियल और चांदी का दान शुभ होगा.
  7. गर्भवती महिलाओं को इस काल में श्री कृष्ण की उपासना करनी चाहिए.
  8. ग्रहण के नियम बीमार, वृद्ध और बच्चों पर लागू नहीं होते.

ग्रहण के दौरान करें ये विशेष उपाय

  1. स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान शिव के समक्ष बैठें.
  2. एक घी का दीपक जलाएं और भगवान शिव को सफेद फूल अर्पित करें.
  3. इसके बाद या तो शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें.
  4. या 'ॐ चन्द्रशेखराय नमः' का जाप करें.
  5. पूजा के बाद भगवान शिव से कृपा की प्रार्थना करें.

ग्रहण का महत्व: ज्योतिषाचार्य पंडित विश्वनाथ का कहना है कि, पारंपरिक मान्यता है कि सूर्य और चंद्रमा की स्थिति में कोई भी बदलाव गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है. यही कारण है कि कई संस्कृतियों, समुदायों और क्षेत्रों में, गर्भवती महिलाओं को अक्सर किसी भी खतरे से बचने के लिए इस दौरान कुछ सावधानियों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

युगों से गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रहण (सूर्य और चंद्र दोनों) को बुरा माना जाता है. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे न केवल अपने स्वास्थ्य का बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे का भी विशेष ध्यान रखें. हालांकि दावों का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन आम धारणा यह बताती है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. (future prediction for new year 2023)

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें: इस बात का कोई पुख्ता सबूत या वैज्ञानिक समर्थन नहीं है कि चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं को प्रभावित कर सकता है. हालांकि, आप में से जो अभी भी एहतियात बरतना चाहते हैं, उनके लिए क्या करें और क्या न करें की सूची दी गई है.

घर से बाहर जाने से बचें:

  1. ग्रहण के समय पका हुआ कोई भी भोजन न करें.
  2. ग्रहण की अवधि में गर्भवती महिलाओं को काम नहीं करना चाहिए और आराम करना चाहिए.
  3. ग्रहण के दौरान कुछ भी न पिएं और न ही कुछ खाएं.
  4. नुकीली चीजों जैसे चाकू, कैंची, सूई आदि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
  5. खिड़कियों को मोटे पर्दों, अखबारों या गत्ते से ढक दें ताकि ग्रहण की किरणें आपके घर में प्रवेश न कर सकें.
  6. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें.

ये भी पढ़ें: इस साल प्रत्येक महीने का खास राशिफल, जानें Varshik Rashifal 2023 में विस्तार से

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