करनालः गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश वर्ष को समर्पित गुरु नानक सद्भावना यात्रा गुरुद्वारा मंजी साहिब से शनिवार को शुरू हुई थी. यही जत्था गुरुवार को करनाल वापस आ गया है. पाकिस्तान के गुरुद्वारों से लाई गई मिट्टी और पानी से 100 शहरों में 55 हजार पौधे लगाए जाएंगे. गुरु नानक देव के संदेश को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया.
संस्था के अध्यक्ष प्रितपाल सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पूरब के संबंध में सामाजिक संस्था निफा की ओर से शिरोमणि गतका फेडरेशन ऑफ इंडिया और अन्य संस्थाओं के सहयोग से सद्भावना यात्रा निकाली गई. उन्होंने बताया कि उनका संकल्प है कि ये यात्रा गुरु नानक देव के जन्म स्थान ननकाना साहिब पाकिस्तान से शुरू की जाए और उनके पावन कदमों की राह पाकिस्तान, सऊदी अरब, इराक और अफगानिस्तान के रास्ते आगे चले.
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उन्होंने बताया कि दूसरे और तीसरे चरण में भारत, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका में गुरु नानक की यात्राओं के मार्ग को तय किया जाएगा. इस यात्रा में शांति, प्यार और भाईचारे के संदेश के साथ-साथ पूरे मार्ग में 100 शहरों में पर्यावरण सुरक्षा के लिए 55 हजार पेड़ लगाए जाएंगे. निफा अध्यक्ष प्रितपाल सिंह पन्नू ने कहा कि ये यात्रा दुनिया की पहली यात्रा है जो अभी तक किसी ने नहीं की. उन्होंने बताया कि ये यात्रा अलग-अलग तीन ग्रुप बनाकर पूरी दुनिया में जाएगी.