करनाल: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मंगलवार को पेहवा में प्रस्तावित महापंचायत को संबोधित करने के लिए जाते हुए असंध क्षेत्र के गांव बल्ला, दुपेड़ी, न्यू झींडा, रत्तक, चोचड़ा और रुकसाना गांव में कुछ समय के लिके रुके. जहां पर भारी संख्या में किसानों और ग्रामीणों ने उनका फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया.
बल्ला गांव में किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार बातचीत करना चाहती है तो किसान और कमेटी भी तैयार है. संयुक्त किसान मोर्चा सरकार से चर्चा करना चाहता है. हमने सरकार से कहा कि वो तीनों कृषि कानूनों को वापस ले.
उन्होंने बल्ला गांव को एक ऐतिहासिक गांव बताते हुए कहा कि जहां भी बल्ला करवट ले लेता है तो उसी दिशा में पासा पलट जाता है. उन्होंने किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि ये आंदोलन नौजवानों के सहारे चल रहा है.
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उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आंदोलन कर रहे किसानों को आंदोलनजीवी कहने पर कहा कि जो शहीद भगत सिंह, चौ. छोटू राम व महात्मा गांधी थे हम भी वही हैं. आंदोलनकारियों के बारे में गलत बोलना उन्हें शोभा नहीं देता.
उन्होंने कहा कि किसान महापंचायतों का आयोजन सभी प्रदेशों में चलाया जाएगा. देश में भूख पर व्यापार नहीं होगा. भूख पर व्यापार करने वालों को देश से बाहर निकाला जाएगा.
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