करनाल: किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Farmer Leader) ने रविवार को लाठीचार्ज (lathi charge Karnal) में घायल किसानों से मुलाकात की और उनका हाल जाना. इसके बाद राकेश टिकैत बीजेपी सरकार पर जमकर बरसे. राकेश टिकैत ने कहा कि जिस तरह से करनाल प्रशासन ने तालिबानी फरमान जारी किया उसका किसान कड़ी रूप से निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि जो अधिकारी सिर फोड़ने वाला बयान देते हैं, क्या वो आईएएस या आईपीएस हो सकते हैं?
टिकैत ने कहा सरकार को ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. अगर सरकार ऐसे अधिकारियों पर कर्रवाई नहीं कर सकती तो उनकी पोस्टिंग छत्तीसगढ़ यानी नक्सली प्रभावित क्षेत्र में कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि जो भी इस विचारधारा के अधिकारी हैं उनके ऊपर कार्रवाई की जाए. राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी किसान चैन से नहीं बैठेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि कल यानी सोमवार को करनाल में किसान नेताओं की पंचायत होगी. जिसके बाद आगामी रणनीति तैयार की जाएगी.
बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी (Karnal BJP meeting) की एक अहम बैठक हो रही थी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में प्रदेश की 90 विधानसभाओं के बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भी मौजूद रहे. बता दें कि किसानों ने पहले ही बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर विरोध किया. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया.
इस दौरान एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा (karnal SDM video) पुलिसकर्मियों को आदेश देते दिख रहे हैं. वीडियो में एसडीएम पुलिसकर्मियों से कहते सुनाई दे रहे हैं कि मैं किसी भी हाल में किसानों को यहां नहीं देखना चाहता. अगर कोई अंदर आता है तो उसका सिर फूटा होना चाहिए. ये वो जगह थी जहां सीएम मनोहर लाल का कार्यक्रम होना था. इसके बाद किसानों में रोष ज्यादा बढ़ गया. हालांकि इसके बाद एसडीएम आयुष सिन्हा की ओर से कहा गया कि पहले किसानों ने पत्थरबाजी की थी उसके बाद ही लाठीचार्ज किया गया.
बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों के ऊपर पुलिस ने चार बार लाठीचार्ज किया. आपसी टकराव में कई किसान बुरी तरह से घायल हो गए. किसान टोल प्लाजा स्थल छोड़कर खेतों में भागते हुए दिखाई दिए और उनके पीछे-पीछे पुलिसकर्मी भी लाठी लेकर भाग रहे थे. वहीं इस दौरान किसानों ने आह्वान किया है कि भारी संख्या में किसान सड़कों पर निकल कर रोड जाम करें ताकि सरकार को एक सबक मिले. जिसके बाद प्रदेशभर में किसान रोड जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान