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मुख्यमंत्री मनोहर लाल और एसडीएम हैं किसान की मौत के दोषी- राकेश टिकैत

किसानों पर लाठीचार्ज (Lathi Charge On Farmers Karnal) के बाद से हरियाणा में बवाल मचा है. इस पूरे घटनाक्रम में एक किसान की मौत भी हुई है. किसान नेताओं का दावा है कि लाठीचार्ज में चोट लगने से किसान की मौत हुई, पुलिस का दावा है किसान की मौत हार्ट अटैक से हुई. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात की.

Bhartiya Kisan Union
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Published : Sep 1, 2021, 10:21 AM IST

करनाल: भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार देर रात मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात (Rakesh Tikait met deceased farmer family) की. मृतक किसान करनाल के रायपुर जाटान गांव (Raipur Jatan Village Karnal) का रहने वाला था. रविवार को किसान काजल की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी. किसान नेताओं का कहना है कि पुलिस लाठीचार्ज में चोट लगने से किसान की मौत हुई है.

इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Farmer Leader) ने मृतक किसान सुशील काजल के परिवार से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली. उन्होंने ये भी जानकारी ली कि मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम क्यों नहीं हुआ. राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन (Farmers Agitation) को हिंसक नहीं होने देगा.

मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात करने के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा सरकार किसान आंदोलन को हिंसक करना चाहती है, ताकि ये आंदोलन मुआवजों और मुकदमों में उलझ कर खत्म हो जाए.

ये भी पढ़ें- पिता के असर को कम करने के लिए मैदान में बेटा? ओपी चौटाला की तरह पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे अजय चौटाला

किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल थानेदार का काम कर रहे हैं. इसलिए सरकार और पुलिस किसानों का ऐसा हाल कर रही है. टिकैत ने कहा कि सरकार लाठी मरवाएगी और गोली भी चलवाएगी, लेकिन हमें शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन करना है. इन्ही में शामिल लोग किसानों के पक्ष में आएंगे और बोलेंगे. राज्यपाल होते हुए सत्यपाल मलिक ने किसानों के समर्थन में बयान दिया है. और भी लोग आएगे. टिकैत ने कहा कि आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओ को इन्होने बंद कर रखा है. उनके भी बयान आने चाहिए.

करनाल: भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार देर रात मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात (Rakesh Tikait met deceased farmer family) की. मृतक किसान करनाल के रायपुर जाटान गांव (Raipur Jatan Village Karnal) का रहने वाला था. रविवार को किसान काजल की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी. किसान नेताओं का कहना है कि पुलिस लाठीचार्ज में चोट लगने से किसान की मौत हुई है.

इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Farmer Leader) ने मृतक किसान सुशील काजल के परिवार से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली. उन्होंने ये भी जानकारी ली कि मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम क्यों नहीं हुआ. राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन (Farmers Agitation) को हिंसक नहीं होने देगा.

मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात करने के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा सरकार किसान आंदोलन को हिंसक करना चाहती है, ताकि ये आंदोलन मुआवजों और मुकदमों में उलझ कर खत्म हो जाए.

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किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल थानेदार का काम कर रहे हैं. इसलिए सरकार और पुलिस किसानों का ऐसा हाल कर रही है. टिकैत ने कहा कि सरकार लाठी मरवाएगी और गोली भी चलवाएगी, लेकिन हमें शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन करना है. इन्ही में शामिल लोग किसानों के पक्ष में आएंगे और बोलेंगे. राज्यपाल होते हुए सत्यपाल मलिक ने किसानों के समर्थन में बयान दिया है. और भी लोग आएगे. टिकैत ने कहा कि आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओ को इन्होने बंद कर रखा है. उनके भी बयान आने चाहिए.

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