फरीदाबाद: जिले के सेक्टर-12 के एचएसवीपी ग्राउंड में भव्य सरस मेले का आगाज हो चुका है. 24 जनवरी से 6 फरवरी तक ये मेला लगा है. इस मेले का शुभारंभ हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने किया. इस बार का मेला बेहद खास है. यहां महिला सशक्तिकरण पर पूरा फोकस किया गया है. साथ ही मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं. मेले में हर किसी की एंट्री फ्री है. यही कारण है कि मेले में हर दिन भारी भीड़ उमड़ रही है. लोगों की भीड़ को देखते हुए यहां सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं.
सरस मेले में एंट्री फ्री: फरीदाबाद के सरस मेले की एंट्री बिल्कुल फ्री है. इस मेले में एंट्री करते ही आपको हरियाणा का देसी छाप देखने को मिलेगा. इसके अलावा मेले में हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हरियाणा की संस्कृति के अलावा विभिन्न प्रकार के कल्चरल प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है.
100 से अधिक लगाए गए स्टॉल: हरियाणा सरकार हमेशा सरस मेले को बढ़ावा देती है. यही वजह है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में इसका आयोजन किया जा रहा है, लेकिन फरीदाबाद का मेला इन सब मेले में खास है, क्योंकि इस सरस मेले में लगभग 100 के करीब स्टॉल लगाए गए हैं, जहां स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई महिलाएं अपने प्रोडक्ट लाकर बेच रही है.
सुरक्षा के चाक चौबंद: फरीदाबाद मेले को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. यहां सुरक्षा के खास व्यवस्था किए गए हैं. स्वास्थ्य एवं सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है. मेले में हर जगह पुलिस और क्राइम ब्रांच की तैनाती कर दी गई है, ताकि मेले में किसी तरह से कोई अनहोनी ना हो.
मंत्री कृष्णलाल पंवार ने किया स्टॉलों का निरीक्षण: मेले के शुभारंभ के बाद हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार और खाद्य एवं पूर्ति मंत्री राजेश नागर ने मेले में लगे सभी स्टॉल का निरीक्षण किया. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की तारीफ की. इस दौरान मंत्री पंवार ने कहा, "हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को सार्थक करते हुए वॉकल फॉर लॉकल के सिद्धांत पर आगे बढ़ रही है. महिलाओं को स्वावलंबी बनाते हुए उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर जीवन में सकारात्मक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के साथ ही उन्हें हर संभव सहयोग देने में सरकार अपना दायित्व प्रभावी रूप से निभा रही है."
6 लाख परिवार चला रहे अपनी आजीविका: उन्होंने कहा, "हरियाणा में लगभग 60 हजार स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं, जिनके माध्यम से 6 लाख परिवार अपनी आजीविका चला रहे हैं. इन समूहों के माध्यम से ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. एचआरएमएल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी और उनके उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराना हैं. सरस मेले के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को एक बड़ा प्लेटफार्म सरकार उपलब्ध करवा रही है, ताकि वे अपने उत्पादों का देश और प्रदेशभर में बिक्री कर सके. इन महिलाओं का हुनर और मेहनत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का सरस मेला एक महत्वपूर्ण अवसर है.
हरियाणा में बनेंगी 4 लाख लखपति दीदी : मंत्री पंवार ने बताया, "अब तक करीब 1500 करोड़ रुपये की राशि स्वयं सहायता समूह को उपलब्ध करवाई जा चुकी है. हरियाणा में 4 लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अब तक एक लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है. सभी पंचायतों में सांस्कृतिक मंडल खोलने का भी निर्णय लिया है."
पद्मश्री महाबीर गुड्डू ने बांधा समां: सरस मेले में जहां एक ओर स्टॉल के माध्यम से हस्तशिल्प कलाकारों द्वारा अपने उत्पादों की प्रस्तुति दिखाई गई है. वहीं, सांस्कृतिक मंच पर पद्मश्री सम्मानित महाबीर गुड्डू ने अपनी टीम के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज किया. महाबीर गुड्डू ने सांस्कृतिक मंच से हरियाणा सरकार की कार्यशैली को संगीत विधा से आमजन तक पहुंचाया. साथ ही हरियाणा ग्रामीण आजीविका मिशन की इस सार्थक पहल को महिलाओं के सशक्तिकरण का साक्षात उदाहरण बताया.
ये भी पढ़ें:फरीदाबाद में सरस मेला 2025 का आयोजन, एंट्री बिल्कुल फ्री, सैंकड़ों लगे हैं स्टॉल