करनाल: सरकार और प्रशासन के लाख दावों को बाद भी किसानों की फसल की खरीद नहीं हो रही है. जिसकी वजह से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने धान की पीआर किस्म पर रोक लगाई है.
प्रशासन से नाराज किसान
किसानों के मुताबिक पीआर की किस्म पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने मंडी के गेट पर पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया है. अगर धान की पीआर किस्म की ट्रॉली आती है तो वो उसे गेट से ही वापस भेज देते हैं. जिससे किसानों में रोष बना हुआ है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष की अगुवाई में किसानों ने मंडी में सेक्रेटरी और आढ़तियों से मुलाकात की. जिला प्रशासन के आदेश का हवाला देकर उन्होंने किसी भी मदद से इंकार कर दिया. फिलहाल मंडी में पीआर धान की किस्म की खरीद बंद है.
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किसानों का आरोप
किसानों का आरोप है कि मंडी में लाखों क्विंटल धान ब्लॉक हो चुका है. सरकार और प्रशासन धान की खरीद में लापरवाही कर रहे हैं. हर रोज सैकड़ों टन धान मंडी में पहुंच रहा है लेकिन 2 नवंबर तक भी धान की बोली नहीं लगाई गई है. जिससे निराश किसानों आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है.
गौरतलब है कि मंडी में आजकल धान-बाजरे की फसल की आवक खूब देखी जा सकती है लेकिन हमेशा की तरह किसान इस साल भी परेशानी में हैं, क्योंकि कुछ जगह उनकी फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है तो वहीं कुछ जगह उनकी फसल की बिक्री भी नहीं हो रही है.