करनाल: सीएम सिटी के सिंगडा गांव के गुरुद्वारे में रहने वाले संत राम सिंह ने बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर गोली मारकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. उनके पास से सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें उन्होंने किसानों की पीड़िता को बताया है.
राम सिंह करनाल के जाने-माने बड़े संत हैं. वो एक बड़े गुरुद्वारे की गद्दी पर विराजमान थे. संत के इस कदम से सिख संगत का सरकार के खिलाफ रोष बढ़ गया है.
सिख संगत ने कहा कि उनके लिए ये एक शहादत है और उनकी शहादत का फल जरूर मिलेगा. सिख संगतों ने कहा कि संत राम सिंह ने ये शहादत किसानों के लिए दी है. वो कई बार कह चुके थे कि मुझसे किसानों का दर्द नहीं देखा जा रहा. वहां पर बच्चे और महिलाएं भी मौजूद हैं और सरकार उनकी मांगें मानने को तैयार नहीं है.
बता दें कि संत राम सिंह का शव करनाल पहुंच चुका है. नागरिक अस्तपाल में उनका पोस्टमार्टम किया गया. इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.