करनाल: हरियाणा के करनाल में पानीपत के ASI की हत्या करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान दीपक उर्फ नीटू निवासी पानीपत और राजन उर्फ पव्वा निवासी पानीपत के रूप में हुई है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कुछ साल पहले एएसआई ऋषिपाल की तैनाती सीआईए पानीपत में थी. उस दौरान आरोपी दीपक के दोस्त को एएसआई ऋषिपाल ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. जिसको लेकर आरोपी दीपक के मन में एएसआई ऋषिपाल के खिलाफ रंजीश थी.
इस मामले की जानकारी एएसआई ऋषिपाल के परिवार को भी पता लग चुकी थी लेकिन आरोपी दीपक ने धीरे-धीरे अपनी रंजिश निकालने के लिए एएसआई ऋषिपाल के साथ दोस्ती बढ़ा ली और उसके साथ उठना बैठना शुरू कर दिया. कुछ दिनों बाद आरोपी और एएसआई ऋषिपाल अच्छे दोस्त बन चुके थे. कई बार ड्यूटी खत्म करने के बाद और ड्यूटी के समय में भी उनका मिलना जुलना होता रहता था.
आरोपियों ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में बताया कि 9 सितंबर को भी रोजाना की तरह ड्यूटी से शाम के समय आरोपी दीपक घूमने के लिए ASI ऋषिपाल को उसके थाने सेक्टर 13/17 पानीपत से अपने साथ अपनी गाड़ी में ले गया. तभी ASI ऋषिपाल के घर से फोन आने पर उसने अपने घर वालों को बता दिया कि वह दीपक के साथ है. फिर उसने अपना फोन बंद कर दिया. जिसके बाद दोनों खाना खाने के लिए करनाल के नीलकंठ होटल पहुंच गए.
खाना खाने के बाद वापस लौटते समय ASI ऋषिपाल की आरोपी दीपक के ससुर गैंगस्टर दुर्जन सिंह को लेकर आपस में कहासुनी हो गई. तभी आरोपी दीपक ने ASI ऋषिपाल को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. उसने गाड़ी को टोल टैक्स से पहले ही रसिन की तरफ घुमा लिया और रसिन और बिजना के बीच उतरकर ASI ऋषिपाल को अपनी लाइसेंसी गन से सात फायर करके उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी दीपक ने ASI ऋषिपाल को नहर में फेंक दिया.
शनिवार रात और रविवार के दिन तक ASI ऋषिपाल का कोई अता पता नहीं था. उसका फोन भी बंद था जिसकी वजह से उसके परिजन दुखी थे. करनाल में ASI ऋषिपाल का शव मिलने से परिजनों ने मौके पर पहुंचकर शिनाख्त की. उन्होंने थाना सदर में आरोपी दीपक के खिलाफ केस दर्ज करा लिया. सोमवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है.
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