करनाल: कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में तिरंगा फाड़ने के मामले में नया मोड़ आ गया है. मेडिकल कॉलेज में निर्मल कुटिया की तरफ से बनाए गए केबिन पर लगे नंबरों पर साजिश के तहत तिरंगा लगाया गया था. पुलिस ने इस मामले में मेडिकल कॉलेज में कार्यरत एक युवक को गिरफ्तार किया है. इस मामले में कोई अन्य स्टाफ शामिल है या नहीं, पुलिस इसकी भी जांच कर रही है.
गौरतलब है कि बीते दिनों कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल में केबिन पर लगा तिरंगा फाड़ने का मामला सामने आया था. तिरंगा फाड़ने की घटना के बाद लोगों ने प्रदर्शन कर रोष भी जताया था. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में कार्यरत केबिन ऑपरेटर हरभजन को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है.
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पुलिस ने इस मामले में शिकायतकर्ता एवं डाटा ऑपरेटर अंकुश को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अंकुश ने साजिश के तहत केबिन पर लगे नंबरों पर तिरंगा झंडा लगाया था ताकि जब कोई इसे उतारे तो उसके खिलाफ साजिश रची जा सके. घटना के दिन यही हुआ, जब हरभजन ने केबिन के नंबरों से तिरंगा उतारा तो उसकी फोटो खींच ली गई.
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सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हुआ खुलासा: थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि अंकुश ने ही तिरंगा केबिन के नंबरों पर साजिश के तहत लगाया था. इसका खुलासा तब हुआ, जब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. पुलिस ने आरोपी अंकुश को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इस मामले में अब यह भी जांच कर रही है कि इस मामले में अंकुश के साथ कोई अन्य स्टाफ तो शामिल नहीं है. वहीं थाना प्रभारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तिरंगा झंडा देश का गौरव है. हमें इसका सम्मान करना चाहिए और कोई भी ऐसा कार्य ना करें, जिससे भाईचारे की भावना को ठेस पहुंचे.