करनाल: हरियाणा कैथल में बीते दिन हुए एक घटनाक्रम के चलते राजपूत समाज में काफी रोष है. इस घटना से नाराज चल रहे हरियाणा के राजपूत समाज के भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं संघ से जुड़े सैकड़ों लोग सोमवार को करनाल सेक्टर-8 राजपूत धर्मशाला इकट्ठे हुए. इस दौरान कई पदाधिकारियों ने कैथल घटनाक्रम पर नाराजगी जताते हुए अपने सभी पदों को छोड़ दिया है. इसके साथ ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए गुर्जर समाज का इस घटनाक्रम में सरकार के द्वारा साथ देने की बात कहते हुए रोष जाहिर किया है.
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करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल राणा भी राजस्थान से करनाल पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि, हरियाणा ही नहीं दूसरे राज्यों में भी राजपूत समाज बीजेपी के खिलाफ खड़ा होगा, क्योंकि बीजेपी की सरकार की बदौलत ही कैथल में राजपूत समाज के लोगों के ऊपर लाठीचार्ज की गई है. उन्होंने कहा कि, बीजेपी सरकार के पनाह के चलते ही गुर्जर समाज ने राजा मिहिर भोज के आगे गुर्जर लिखने का काम किया है, जिसका हम विरोध करते हैं.
कैथल की घटना काफी निंदनीय है. इस घटना में सरकार का पूरा-पूरा हाथ है. क्योंकि, अगर सरकार का हाथ नहीं होता तो उस दौरान ना ही राजा मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण होता और ना ही राजपूत समाज के लोगों पर पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किया जाता. इसलिए राजपूत समाज में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है, जिसके चलते बीजेपी सरकार में और आरएसएस में राजपूत समाज के लोगों के पास जितने भी पद थे, सभी 98 लोगों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. इसमें बीजेपी युवा प्रदेश सचिव करनाल के जिला उपाध्यक्ष और प्रदेश भर से करीब 98 लोगों ने बीजेपी और संघ के पद को छोड़ दिया है. - गुरप्रीत राणा, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव
बता दें कि, राजपूत समाज और गुर्जर समाज में पिछले काफी समय से कैथल में हुए घटनाक्रम के ऊपर तनातनी बनी हुई है. कैथल में डांड चौक पर बीजेपी सरकार की तरफ से राजा मिहिर भोज की मूर्ति रखी गई थी, जिसके आगे गुर्जर राजा मिहिर भोज लगा दिया गया है. इसका राजपूत समाज ने काफी विरोध किया, लेकिन मौजूदा विधायक कैथल लीलाराम गुर्जर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के चलते स्थानीय विधायक और स्थानीय गुर्जर समाज के लोगों के द्वारा गुर्जर राजा मिहिर भोज लिखी हुई मूर्ति का अनावरण कर दिया गया था.
कैथल घटनाक्रम में बीजेपी सरकार आंखें बंद करके बैठी हुई है. हमारे समाज की परवाह न करते हुए गुर्जर समाज का साथ दिया है, जिसके चलते राजपूत समाज में भारी नाराजगी है. यह गुस्सा यही नहीं थमेगा, हम आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को वोट नहीं देंगे. आगामी चुनाव में हम बीजेपी का विरोध करेंगे. राजपूत क्षत्रिय जाति है और हमने क्षत्रिय होने के नाते प्रण लिया है कि तब तक बीजेपी को माफ नहीं करेंगे तब तक हमारी बात नहीं मानी जाएगी. - कर्नल देवेंद्र सिंह, राजपूत महासभा संरक्षण
हालांकि इस मूर्ति का अनावरण शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के द्वारा किया जाना था, लेकिन बवाल बढ़ता हुआ देख शिक्षा मंत्री ने इसका अनावरण नहीं किया. स्थानीय विधायक लीलाराम गुर्जर और बीजेपी कैथल जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर ने मूर्ति का अनावरण किया था. इसके चलते अब पूरे हरियाणा में राजपूत समाज गुर्जर समाज के विधायक और मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. इतना ही नहीं इनके साथ वह बीजेपी सरकार को भी निशाना बना रहे हैं.