करनालः कृषि कानून के विरोध में 8 दिसंबर को विभिन्न किसान संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया हुआ है. इसी कड़ी में सीएम सिटी करनाल में किसान के समर्थन में आए विभिन्न संगठनों ने सुबह 10 बजे ही शहर के कमेटी चौक और करण मार्केट में खुली दुकानों को बंद करवाया. वहीं विभिन्न संगठनों द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रही है.
मार्केट को करवाया बंद
करनाल में भी भारत बंद का असर देखने को मिला है. ईटीवी भारत की टीम भी सुबह से यहां की स्थिति का जायजा ले रही है. बता दें करनाल में सुबह-सुबह व्यापारियों ने अपनी दुकानों को खोला था, लेकिन किसान संगठन की एक बैठक डेरा कारसेवा कलंदरी गेट पर होने के बाद. सैकड़ों की संख्या में लोग बाहर सड़कों पर निकल आए और करनाल सुख कमेटी चौक के साथ-साथ करण मार्केट को बंद करवा दिया.
अन्य संगठन आए सामने
किसानों के साथ अन्य संगठन जिसमें आरती ऐसे स्टेशन, डिपो होल्डर एसोसिएशन और व्यापार मंडल ने किसानों के भारत बंद में अपना समर्थन दिया है. ईटीवी भारत की बातचीत में किसान नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को प्रताड़ित करना बंद करें और तीन कृषि कानूनों को वापस ले.
उन्होंने बताया आज भारत बंद के आह्वान पर करनाल जिले में भी सभी कामकाज को बंद किया जाएगा. उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि वो शांतिपूर्ण तरीके से हमारी बात को मानते हुए अपनी दुकानों को बंद रखें.
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'सरकार से समर्थन वापस लें दुष्यंत'
किसानों का कहना है कि देवीलाल के नाम पर वोट मांगने वाले दुष्यंत चौटाला सरकार से समर्थन वापस लें. उन्होंने कहा कि खुद को किसान हितैषी बताने वाली जेजेपी सरकार को किसानों का साथ देना चाहिए. बीजेपी किसान विरोधी है लेकिन ऐसे में अब जेजेपी को किसानों की आवाज उठानी चाहिए और किसान विरोधी जेजेपी सरकार का साथ छोड़ना चाहिए.
पुलिस की अपील
वहीं जिला उपायुक्त कुमार यादव और पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने मौके की स्थिती का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने करनाल के कमेटी चौक पर व्यापारी संगठन से बात करते हुए अपील की है कि वो चाहे तो अपनी दुकाने खोलें चाहे बंद रखें ये उनपर निर्भर करता है, लेकिन इस दौरान कोरोना संक्रमण के चलते मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान जरूर रखें.