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फसलों की सरकारी खरीद शुरू होने से नाराज हैं करनाल के किसान, ये है वजह - करनाल रबी फसल सरकारी खरीद जल्दी शुरू

कैलाश गांव के रहने वाले किसान मोहर सिंह ने बताया के प्रशासन की ओर से एडवांस में गेहूं की खरीद करने का कोई भी औचित्य नजर नहीं आता है. जब तक किसान की फसल पूरी तरह से पक नहीं जाती तब तक किसान उसको मंडी में नहीं लेकर आएगा.

karnal farmers not happy government procurement
फसलों की सरकारी खरीद शुरू होने से नाराज हैं करनाल के किसान
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Published : Apr 1, 2021, 4:45 PM IST

करनाल: भले सरकार की ओर से जिले की 10 मुख्य मंडियों और 15 खरीद सेंटरों पर रबी की फसलों की सरकारी खरीद शुरू हो गई है, लेकिन अब भी ऐसे कई किसान हैं जिनकी फसल खेतों में खड़ी है. ऐसे में किसानों का आरोप है कि अगर वो अपनी फसल को अभी काट लेंगे तो सरकार उनकी फसल ये कह कर खरीदने से मना कर देगी कि उनकी फसल में नमी है. ऐसे में उनकी फसलों की सरकारी खरीद नहीं हो पाएगी.

अनाज मंडी के आढ़ती मेहर सिंह ने बताया कि ना तो किसानों की फसल अभी मंडी में आने के लिए तैयार है और ना ही आढ़तियों को मंडी प्रशासन द्वारा अभी तक बारदाना उपलब्ध करवाया गया है, ताकि अगर किसानों की फसल मंडी में आ जाए तो उसका रखरखाव किया जा सके.

फसलों की सरकारी खरीद शुरू होने से नाराज हैं करनाल के किसान

ये भी पढ़िए: सरकार की किसानों को बड़ी राहत, इस तारीख तक फसल का ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं किसान

कैलाश गांव के रहने वाले किसान मोहर सिंह ने बताया के प्रशासन की ओर से एडवांस में गेहूं की खरीद करने का कोई भी औचित्य नजर नहीं आता है. जब तक किसान की फसल पूरी तरह से पक नहीं जाती तब तक किसान उसको मंडी में नहीं लेकर आएगा. फसल तो अपने समय पर ही पकेगी. मोहर सिंह ने बताया जो फसल मशीन से कटती है वो तो और भी 15 दिन लेट होगी.

मंडी एनालिस्ट संजीव ग्रोवर ने बताया कि प्रशासन के आदेश अनुसार आज से गेहूं की खरीद शुरू कर दी है, लेकिन अभी किसानों का आना शुरू नहीं हुआ है. पिछली बार कोरोना के चलते काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते इस बार समय से पहले ही गेहूं की खरीद शुरू की गई है.

ये भी पढ़िए: दादरी में सरकारी खरीद के दावे हुए हवा, किसानों को ना अधिकारी मिले और ना खरीद एजेंसी

संजीव ग्रोवर ने कहा कि करनाल जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग स्तिथ मुख्य अनाज मंडी में 4 गेट हैं. चारों गेट सीसीटीवी कैमरों से लैस हैं. अभी सिर्फ दो गेटों को ही चालू किया गया है. जैसे-जैसे किसानों का आवागमन बढ़ेगा चारों गेटों को चालू कर दिया जाएगा.

करनाल: भले सरकार की ओर से जिले की 10 मुख्य मंडियों और 15 खरीद सेंटरों पर रबी की फसलों की सरकारी खरीद शुरू हो गई है, लेकिन अब भी ऐसे कई किसान हैं जिनकी फसल खेतों में खड़ी है. ऐसे में किसानों का आरोप है कि अगर वो अपनी फसल को अभी काट लेंगे तो सरकार उनकी फसल ये कह कर खरीदने से मना कर देगी कि उनकी फसल में नमी है. ऐसे में उनकी फसलों की सरकारी खरीद नहीं हो पाएगी.

अनाज मंडी के आढ़ती मेहर सिंह ने बताया कि ना तो किसानों की फसल अभी मंडी में आने के लिए तैयार है और ना ही आढ़तियों को मंडी प्रशासन द्वारा अभी तक बारदाना उपलब्ध करवाया गया है, ताकि अगर किसानों की फसल मंडी में आ जाए तो उसका रखरखाव किया जा सके.

फसलों की सरकारी खरीद शुरू होने से नाराज हैं करनाल के किसान

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कैलाश गांव के रहने वाले किसान मोहर सिंह ने बताया के प्रशासन की ओर से एडवांस में गेहूं की खरीद करने का कोई भी औचित्य नजर नहीं आता है. जब तक किसान की फसल पूरी तरह से पक नहीं जाती तब तक किसान उसको मंडी में नहीं लेकर आएगा. फसल तो अपने समय पर ही पकेगी. मोहर सिंह ने बताया जो फसल मशीन से कटती है वो तो और भी 15 दिन लेट होगी.

मंडी एनालिस्ट संजीव ग्रोवर ने बताया कि प्रशासन के आदेश अनुसार आज से गेहूं की खरीद शुरू कर दी है, लेकिन अभी किसानों का आना शुरू नहीं हुआ है. पिछली बार कोरोना के चलते काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते इस बार समय से पहले ही गेहूं की खरीद शुरू की गई है.

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संजीव ग्रोवर ने कहा कि करनाल जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग स्तिथ मुख्य अनाज मंडी में 4 गेट हैं. चारों गेट सीसीटीवी कैमरों से लैस हैं. अभी सिर्फ दो गेटों को ही चालू किया गया है. जैसे-जैसे किसानों का आवागमन बढ़ेगा चारों गेटों को चालू कर दिया जाएगा.

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