जींदः जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल प्रशासन और मरीजों की परेशानियां धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं. पहले हीमोफीलिया मरीजों के लिए फेक्टर आठ इंजेक्शन, फिर पशुओं के काटने के एआरवी इंजेक्शन खत्म हुए और अब नई बिल्डिंग में चलाए जा रहे सीटी स्कैन सेंटर पर गरीबों का मुफ्त होने वाला सीटी स्कैन भी बंद कर दिया गया है. इससे गंभीर जरूरतमंद मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. सीटी स्कैन संचालकों का कहना है कि कंपनी के बकाया रुपये को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है. जब तक बकाया राशि नहीं मिलती, तब तक मुफ्त सीटी स्कैन बंद रहेगा.
हर दिन होते हैं 20 से 25 सीटी स्कैनः नागरिक अस्पताल की नई बिल्डिंग में प्रथम तल पर हेल्थ मैप डायग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सीटी स्कैन सेंटर चलाया जा रहा है. यहां प्रतिदिन 20 से 25 लोगों के सीटी स्कैन किए जाते हैं, जबकि नकद सीटी स्कैन 1200 रुपये से शुरू है और पार्ट के हिसाब से आगे रुपये लिए जाते हैं. इन सीटी स्कैन में 10 से 12 सीटी स्कैन बीपीएल कार्ड धारक, एससी वर्ग, सरकारी कर्मचारी आदि कई अन्य तरह के सीटी स्कैन किए जाते हैं. मुफ्त सीटी स्कैन के लिए पहले संबंधित चिकित्सक और पैनल अधिकारी के हस्ताक्षर होते हैं. बाद में इन रुपयों का भुगतान स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाता है.
कंपनी का 60 लाख बकाया तो बंद किया सीटी स्कैनः सीटी स्कैन करने वाली कंपनी का लगभग 60 लाख रुपये स्वास्थ्य विभाग के पास बकाया है. इसको लेकर कंपनी पदाधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य विभाग को अवगत भी करवाया गया था, लेकिन फंड न होने के चलते परेशानी बढ़ गई. इसके साथ ही अब कंपनी ने भी सीटी स्कैन करने से हाथ खींच लिया है. हालांकि रुपये में होने वाले सीटी स्कैन को सुचारू रूप से किया जा रहा है, लेकिन मुफ्त सीटी स्कैन को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है.
एआरवी खत्म, नहीं चल रहा ऑक्सीजन प्लांट, एक्स-रे मशीन भी खराबः नागरिक अस्पताल में इस समय बीते एक सप्ताह से पशुओं के काटने वाला इंजेक्शन खत्म है. ऑक्सीजन प्लांट को खराब हुए एक साल से ज्यादा हो गया है. एक्सरे मशीन को ठीक करवाने के लिए फंड नहीं मिल पा रहा है. वहीं चिकित्सकों की भारी कमी के चलते जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है. ऐसे में हर दिन स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ती जा रही है.
पत्र के माध्यम से सीएमओ को अवगत करवाया-डॉ. भोलाः नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएमओ कार्यालय को पत्र लिख कर समस्या से अवगत करवा दिया गया है. पत्र के माध्यम से बताया गया है कि मुफ्त होने वाले सीटी स्कैन बंद कर दिए गए हैं, जिससे बीपीएल, एससी, सरकारी कर्मचारियों सहित अन्य के मुफ्त सीटी स्कैन नहीं हो पा रहे हैं. कंपनी पूरे बिलों का भुगतान करने की बात कर रही है. जैसे ही फंड उपलब्ध होता है तो भुगतान करवा दिया जाएगा.