करनाल: कोरोना वायरस के चलते देश में 14 अप्रैल तक लॉक डाउन है. लॉक डाउन होने के बाद कई प्रकार की दिक्कतें सामने आना शुरू हो गई हैं. जिसमें से एक बड़ी समस्या श्रमिकों का कामकाज ठप और भोजन की व्यवस्था ना होना है. हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने श्रमिकों से अपील की है कि वो खाने की कमी के चलते पलायन ना करें. हर हाल में उनके लिए व्यापक प्रबंध किए जाएंगे.
किसी भी श्रमिक को कोई परेशानी ना हो. इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं. सीएम सिटी करनाल में सामाजिक और धार्मिक संगठनों के सहयोग से जिला प्रशासन ने श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था शुरू कर दी है. नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारा के सहयोग से कैथल रोड पर अस्थाई रूप से रहने वाले श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था की.
नगर निगम के कर्मचारियों ने इस बात का ध्यान भी रखने की कोशिश की कि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, लेकिन वो इसमें पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाए. जब श्रमिकों से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनका काम काज बिल्कुल ठप हो चुका है जो मेहनत मजदूरी का थोड़ा बहुत सामान था वो भी खत्म हो चुका है. सरकार के भोजन देने की व्यवस्था को श्रमिकों ने सराहा है.
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नगर निगम अधिकारी जितेंद्र मलिक ने बताया कि धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से हमने भोजन की व्यवस्था की है और करनाल के कैथल रोड पर रहने वाले श्रमिकों को इसकी व्यवस्था करवाई गई है. उन्होंने बताया कि हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से ध्यान रखा जाएगा. अगर कोई दिक्कत आती है तो पुलिस प्रशासन की मदद भी ली जाएगी. उन्होंने बताया कि स्लम एरिया में जिला उपायुक्त के निर्देशों से वहां भी भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है.