करनालः आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की पहली लाभार्थी करिश्मा के इलाज के लिए उसके परिवार को दर दर की ठोकरें खानी पड़ रही है. जिसके चलते करिश्मा के अभिभावकों में नाराजगी है. उनका कहना है कि ये सरकारी योजना केवल एक दिखावा है क्योंकि वो पिछले 15 दिनों से अपनी बेटी के इलाज के लिए अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं.
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की पहली लाभार्थी करिश्मा पिछले 15 दिन से बीमार चल रही है. आठ महीने की करिश्मा को उसके मां-बाप 15 दिनों से प्राइवेट अस्पताल से लेकर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन करिश्मा को इलाज नहीं मिला. जिसके बाद शुक्रवार सुबह जब बेटी की तबियत ज्यादा बिगड़ी तो करिश्मा को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज जारी है.
करिश्मा के पिता का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना तो अच्छी है लेकिन उनकी बेटी के लिए किसी काम की नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस अस्पताल में उनकी बेटी हुई, जहां पर खुद मुख्यमंत्री ने करिश्मा को इस योजना का लाभार्थी होने का आशीर्वाद दिया था, आज वहीं पर उसकी किसी डॉक्टर ने सुध नहीं ली.
बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख तक स्वास्थ्य बीमा मिलता है. अगस्त के महीने में हरियाणा में इस योजना का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया. गौरतलब है कि आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभार्थी होने पर बच्ची करिश्मा को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आयुष्मान बेबी’ कहा था.