ETV Bharat / state

प्रदेश में नहीं हुआ कोई धान घोटाला, शुरुआती जांच में नहीं पाई गई खामी- कृषि मंत्री

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ है. अभी तक हुई जांच में किसी तरह की कोई खामी सामने नहीं आई है.

कृषि मंत्री जेपी दलाल
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 4:36 PM IST

करनाल: कथित धान घोटाले पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बड़ा बयान दिया है. कृषि मंत्री ने हरियाणा में धान घोटाला होने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ है. शेलर्स में रखी जीरी की सरकार कभी भी चेकिंग कर सकती है.

धान घोटाले पर कृषि मंत्री जेपी दलाल का बयान
बता दें कि कृषि मंत्री जेपी दलाल प्रदेश के पहले इंडो इजराइल प्रोजेक्ट का निरिक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए ने विपक्ष द्वारा जोर शोर से उठाए गए धान घोटाले के आरोप को सिरे से ख़ारिज कर दिया. सेंटर पहुंचे कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ है. अभी तक हुई जांच में किसी तरह की कोई खामी सामने नहीं आई है.

क्लिक कर सुने क्या बोले जेपी दलाल

ये भी पढ़िए: फतेहाबाद में एक के बाद एक जिंदगी छीन रहा नशा, लगातार लोग हो रहे शिकार, रिपोर्ट

‘सरकार का है धान, कभी भी कर सकते हैं जांच’

कृषि मंत्री ने कहा की मिलो में रखा धान सरकार का है. ऐसे में सरकार को अपनी धान चेक करने का अधिकार है. स्टॉक चेकिंग में कोई कमी सामने आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी. वहीं कृषि मंत्री ने बागवानी में लागत घटाने के लिए अधिकारियो को अलग तरीके का सुझाव भी दिया.

उन्होंने कहा कि बागवानी के लिए हरियाणा में कम मजदूर मिलते हैं. ऐसे में बाहर से लाए मजदूरों से भी काम कराया जा सकता है. इससे लागत भी निकल जाएगी और मजदूरी भी ज्यादा नहीं देनी पड़ेगी.

करनाल: कथित धान घोटाले पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बड़ा बयान दिया है. कृषि मंत्री ने हरियाणा में धान घोटाला होने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ है. शेलर्स में रखी जीरी की सरकार कभी भी चेकिंग कर सकती है.

धान घोटाले पर कृषि मंत्री जेपी दलाल का बयान
बता दें कि कृषि मंत्री जेपी दलाल प्रदेश के पहले इंडो इजराइल प्रोजेक्ट का निरिक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए ने विपक्ष द्वारा जोर शोर से उठाए गए धान घोटाले के आरोप को सिरे से ख़ारिज कर दिया. सेंटर पहुंचे कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ है. अभी तक हुई जांच में किसी तरह की कोई खामी सामने नहीं आई है.

क्लिक कर सुने क्या बोले जेपी दलाल

ये भी पढ़िए: फतेहाबाद में एक के बाद एक जिंदगी छीन रहा नशा, लगातार लोग हो रहे शिकार, रिपोर्ट

‘सरकार का है धान, कभी भी कर सकते हैं जांच’

कृषि मंत्री ने कहा की मिलो में रखा धान सरकार का है. ऐसे में सरकार को अपनी धान चेक करने का अधिकार है. स्टॉक चेकिंग में कोई कमी सामने आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी. वहीं कृषि मंत्री ने बागवानी में लागत घटाने के लिए अधिकारियो को अलग तरीके का सुझाव भी दिया.

उन्होंने कहा कि बागवानी के लिए हरियाणा में कम मजदूर मिलते हैं. ऐसे में बाहर से लाए मजदूरों से भी काम कराया जा सकता है. इससे लागत भी निकल जाएगी और मजदूरी भी ज्यादा नहीं देनी पड़ेगी.

Intro:धान मामले को लेकर कृषि मंत्री जेपी दलाल का बड़ा ब्यान, प्रदेश में नही हुआ कोई धान घोटाला  शेलर्स में रखी जीरी सरकार की कभी भी कर सकती है चेकिंग ,जांच में अभी तक नही पाई गई कोई बड़ी खामी, मंत्री ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया ,घरौंडा पहुचे प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने इंडो इजराईल प्रोजेक्ट का किया दौरा,पोली हाउस, नेट हाउस व आर्गेनिक फार्मिंग के जरिये उगाई गई सब्जियों का किया निरिक्षण, न्यूनतम मजदूरी व हरियाणा के मजदूरो के हितो के विपरीत कृषि मंत्री ने लागत घटाने के लिए बाहरी प्रदेशो से सस्ती लेबर लाने का दिया सुझाव।

 Body:प्रदेश के पहले इंडो इजराईल प्रोजेक्ट का निरिक्षण करने पहुचे हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने विपक्ष द्वारा जोर शोर से उठाये जा रहे धान घोटाले के आरोप को सिरे से ख़ारिज कर दिया है।  सेंटर पहुचे कृषि मंत्री ने कहा कि की प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ है।  अभी तक हुई स्टाक की जाँच में कोई बड़ी खामी सामने नही आई है। जेपी दलाल ने कहा की मिलो में रखा धान सरकार है ऐसे में सरकार को अपनी धान चेक करने का अधिकार है।  स्टाक चेकिंग में कोई कमी सामने आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। सब्जी केंद्र पहुचे कृषि मंत्री ने बागवानी में लागत घटाने के लिए अधिकारियो को अलग तरीके का सुझाव दे डाला।  अधिकारियो ने बताया की उन्हें सेंटर पर काम कर रहे मजदूर को 580 रूपये दिहाड़ी देनी पड़ती है।  यह सुनकर कृषि मंत्री ने कहा की उनके फ़ार्म पर सौ रूपये दिहाड़ी में रोजाना पांच सौ मजदुर मिल जाते है।  लागत घटाने का सुझाव दे रहे कृषि मंत्री यही नही रुके उन्होंने अधिकारियो को सलाह दी की वे उड़ीसा से लेबर लाये और यहाँ रखे।  प्रदेश में सरकार की पार्टनर जेजेपी ने हरियाणा के नागरिको को प्राइवेट सेक्टर में 75 फीसदी भागेदारी देने का एजेंडा रखा हुआ है उसके विपरीत कृषि मंत्री बाहरी प्रदेशो से सस्ती लेबर रखने का सुझाव दे रहे है।  कृषि मंत्री के इस सुझाव से मजदूरो की न्यूनतम मजदूरी व हरियाणा के मजदूरो के लिए काम को लेकर सवाल खड़े होने लाजमी है। 
Conclusion:
बाईट – जेपी दलाल कृषि मंत्री
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.