करनाल: जिले की इंद्री अनाज मंडी में पहले दिन गेहूं फसल खरीद ना होने से किसानों में नाराजगी देखी जा रही है. बता दें कि गेहूं की खरीद शुरू होने के पहले दिन इंद्री अनाज मंडी में 2 किसान गेहूं को लेकर अनाज मंडी में पहुंचे.लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग की तरफ से कोई भी अधिकारी गेहूं की खरीद करने के लिए मंडी में नहीं पहुंचा. जिसके चलते गेहूं की खरीद ना हो सकी.
ये भी पढ़ें: जगाधरी अनाज मंडी में पहले दिन हुई सिर्फ 15 क्विंटल गेहूं की खरीद
बता दें कि गुरुवार सुबह आढ़ती बाबू राम बालक राम और लच्छू राम नरेश कुमार नामक फर्म पर 2 किसान अपनी गेहूं की फसल को लेकर मंडी में पहुंचे.लेकिन दोपहर तक भी खरीद एजेंसी का कोई भी अधिकारी फसल खरीदने नहीं पहुंचा. जिससे नाराज आढ़तियों और किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया.
मंडी एसोसिएशन प्रधान सतपाल बैरागी ने सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पोर्टल के हिसाब से किसान गेहूं लेकर मंडी में आए हैं. परंतु मंडी में बारदाना ही नहीं है जिसमें गेहूं को भरा जा सके. इसके अलावा मंडी में खाद्य आपूर्ति विभाग सहित मार्केट कमेटी की तरफ से भी कोई अधिकारी मंडी में नहीं आया है.
ये भी पढ़ें: दादरी में सरकारी खरीद के दावे हुए हवा, किसानों को ना अधिकारी मिले और ना खरीद एजेंसी
मंडी में उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण भाकियू ने एसडीएम सुमित सिहाग को ज्ञापन सौंपा. भाकियू ने कहा कि मंडी में मौजूद किसान भवन को खाली करवाया जाए. साथ ही किसानों की पेमेंट उनकी इच्छानुसार उनके खातों में डाली जाए. किसानों ने मांग की है कि किसानों की पेमेंट तीन दिन के अंदर मिलनी चाहिए.अनाज मंडी में 24 घंटे बिजली रहनी चाहिए जिससे किसानों को कोई समस्या ना हो.