करनाल: हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए हाइवे पर बने अवैध ढाबों पर डीटीपी ने पीला पंजा चलाया. डीटीपी ने चालीस ढाबा मालिको को नोटिस जारी किए थे, लेकिन कार्रवाई सिर्फ दो ढाबों पर ही की गई. वहीं ढाबा मालिकों ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया.
अवैध ढाबों पर चला पीला पंजा
पुलिस बल और प्रशासनिक टीम को देखकर ढाबा मालिकों में अफरा तफरी मच गई. ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुमन लता की देखरेख में सबसे पहले हाइवे की करनाल साइड पर बने अन्नपूर्णा ढाबे पर पीला पंजा चलाया गया. जेसीबी के जरिए ढाबे पर बनाए गए शैड और शौचालयों को तहस-नहस किया गया. इसके बाद डीटीपी के दस्ता आगे बढ़ा, लेकिन झिलमिल और शगुन स्टार ढाबे को छोड़कर द ग्रेट पंजाब ढाबे पर जेसीबी चला दी गई.
ढाबा मालिकों ने लगाए गंभीर आरोप
तोड़फोड़ अभियान में उजाड़े गए ढाबा के मालिकों ने डीटीपी पर भ्रष्टाचार और राजनितिक दबाव के तहत कार्रवाई करने के आरोप लगाया. ढाबा मालिकों ने आरोप लगाया कि उनसे मंथली की डिमांड की गई थी. वहींअ धिकारियो ने मंथली देने वालों और रसूखदार ढाबा मालिकों के खिलाफ कार्रवाई नही की.
ये भी पढ़िए: बलराज कुंडू के आरोप बेबुनियाद ,किसी भी जांच के लिए तैयार - मनीष ग्रोवर
वहीं हाइवे पर चली तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान स्थिति को नियत्रंण में रखने के लिए भारी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा.