करनालः एचएसवीपी और डीटीपी विभाग ने माॅडल टाउन में बनी वाल्मीकि बस्ती में अवैध निर्माण (Illegal construction removed in Karnal) हटाया है. पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने ये कार्रवाई की है. प्रशासनिक अधिकारी बड़ी सख्या में पुलिस बल के साथ बस्ती में पहुंचे और वहां रह रहे लोगों को घरों से सामान निकाल कर खाली करने के लिए कहा.
बहुत से लोगों ने तो जेसीबी देख कर फटाफट अपना सामान उठा लिया और जिन्होंने नहीं उठाया उन्हें फिर मलबे में से सामान निकालना पड़ा. बस्ती में बसे लोगों को सेक्टर 16 में बसाने के लिए 230 प्लाॅट आवंटित किए गए हैं और उनको शिफ्ट किया जा रहा है. बस्ती मे रह रहे लोगों का प्रशासन कई बार नोटिस भेज चुका था, लेकिन लोग नोटिसों को गंभीरता से नहीं ले रहे थे. जिसके चलते प्रशासन को गंभीरता दिखानी पड़ी और पीला पंजा बस्ती में चलाना पड़ा.
सेक्टर 12 रेजीडेंट वेलफेयर ने (Resident welfare Karnal) मॉडल टाउन में वाल्मीकि बस्ती के लोगों द्वारा समस्याएं पैदा करने का हवाला देकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में (Punjab and Haryana High Court) याचिका दायर की थी. याचिका पर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने वाल्मीकि बस्ती को शिफ्ट करने के आदेश दिए थे. आदेशों के बाद कई बार बस्ती के निवासियों को मकान खाली करने के नोटिस दिए गए, जिसके बाद बहुत से लोग अपना सामान उठा कर कहीं ओर शिफ्ट हो गए थे.
लेकिन कुछ लोग जगह खाली न करने पर अड़े थे. बस्ती में रह रहे लोगों का कहना है कि उन्हें जमीन के बदले उतनी ही जमीन दी जाए. उनका कहना है की आजादी से पहले की ये बस्ती बसी हुई है. भाजपा पार्षद गिन्नी विर्क ने भी प्रशासनिक कार्रवाई पर रोष जताया है. उन्होंने कहा की कल बस्ती के लोग सांसद संजय भाटिया से भी मिले थे और उन्होंने आश्वासन दिया था की वो घरों को टूटने नहीं देंगे.