करनाल: सीएम सिटी करनाल में मंगलवार को जननायक जनता पार्टी की मीटिंग (Jannayak Janata Party meeting Karnal ) हुई. इस बैठक में हरियाणा जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और राज्यमंत्री अनूप धानक भी पहुंचे. मीटिंग में पंचायत चुनाव से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई. मीटिंग में निशान सिंह ने एक बार फिर कहा कि उनके कार्यकर्ताओं ने 'अगले चुनाव में दुष्यंत चौटाला मुख्यमंत्री हों' का नारा दिया है. वर्कर इसके लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं.
हरियाणा में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रही जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति का आगे बढ़ने का सपना होता है. हर आदमी तरक्की चाहता है इसलिए उनके वर्करों ने 'अगले चुनाव में दुष्यंत चौटाला सीएम हों' का नारा दिया है. इस दौरान निशान सिंह ने इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस नेता की अगुवाई में उसकी पार्टी के विधायकों की संख्या बीस से घटकर एक रह जाए उस नेता की बातों में कोई मैच्योरिटी नहीं होती.
8 साल से संगठन नहीं बना पा रही कांग्रेस- कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए निशान सिंह ने कहा कि कांग्रेस 8 साल से अपना संगठन तो बना नहीं पा रही. आदमपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के बारे (Adampur By Election) में निशान सिंह ने कहा कि चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद तय किया जाएगा कि भाजपा और जजपा मिलकर उपचुनाव लड़ें या दोनों दल अपने अलग-अलग उम्मीदवार उतारें.
पंचायती चुनाव BJP के साथ मिलकर लड़ने के संकेत- बैठक में राज्यमंत्री अनूप धानक और जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने हरियाणा पंचायत चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं की राय (Panchayat Election Haryana) जानी. अनूप धानक ने कहा कि हर जिले में जाकर प्रभारियों से बात की जा रही है. उसके बाद सर्वसम्मति से फैसला लिया जाएगा कि पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ना है या नहीं? इस बात पर भी फैसला उसी समय लिया जाएगा कि पंचायत चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ना है या अकेले.
वहीं निशान ने कहा कि दोनों पार्टियां हरियाणा निकाय चुनाव मिलकर लड़ चुकी (Haryana civic elections) है. पंचायत चुनाव के बारे में पहले पार्टी वर्करों की राय ली जाएगी. बीजेपी के साथ चर्चा उसके बाद की जाएगी. पार्टी कार्यकर्ता ही तय करेंगे कि पंचायत चुनाव कैसे लड़ना है. हालांकि जेजेपी आलाकमान का मन है कि दोनों पार्टियां गठबंधन में सरकार चला रही है इसलिए पंचायत चुनाव भी गठजोड़ करके ही लड़ना चाहिए.