करनाल: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का संघर्ष (farmers protest) पिछले लंबे समय से चल रहा है. जिसके चलते संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों के द्वारा बीजेपी व जेजेपी कार्यकर्ताओं का लगातार विरोध किया जा रहा है. बीजेपी व जेजेपी द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक कार्यक्रमों का किसान लगातार विरोध कर रहे हैं. उसी के चलते आज करनाल में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान भी किसानों ने विरोध किया.
किसानों को सूचना मिलते ही किसान विरोध जताने के लिए एकत्रित हुए तो पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) किया गया जिसके चलते काफी किसानों को गम्भीर चोटें भी आई. वहीं इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का प्रतिक्रिया भी सामने आई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कामकाज में बाधा डालना लोकतंत्र के खिलाफ है. अगर किसान विरोध करना चाहते थे, तो उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिए था. अगर वे नेशनल हाईवे जाम करते हैं और पुलिस पर पथराव करते हैं, तो पुलिस भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाएगी. हम इस मामले को देखेंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे.
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बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी (Karnal BJP meeting) की एक अहम बैठक हो रही थी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में प्रदेश की 90 विधानसभाओं के बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भी मौजूद रहे. बता दें कि किसानों ने पहले ही बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर विरोध किया और किसानों को रोकने के लिए पुलिस का बल का इस्तेमाल करना पड़ा.
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