करनाल: जिले के फूंसगढ़ गांव की पाल कॉलोनी में गन्दे पानी की निकासी नहीं होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में न तो सरकार इनकी समस्या का हल कर रही है और ना ही पब्लिक हेल्थ विभाग ने कोई सुनवाई की है.
'पिछले 20 साल से गंदे पानी की निकासी को तरस रहे हैं '
जानकारी के अनुसार करीब 2500 की आबादी वाले इस गांव की पाल कॉलोनी में करीब 600 बाशिंदे रहते हैं. कालोनीवासियों का कहना है कि पिछले करीब 20 साल से कॉलोनीवासी गंदे पानी की निकासी को तरस रहे हैं.
गांव के लोगों का कहना है कि पानी की निकासी के लिए सरपंचों द्वारा उनेस केवल वोट ही लिए जाते हैं जब सरपंच से पानी की निकासी की बात करते हैं तो उन्हें केवल आश्वासन दे दिया जाता है. ग्रामीणों ने आगे बताया कि गंदे पानी की वजह से कॉलोनी में मक्खियों और मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द ही कॉलोनी में गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था की जाए.
राज्यमंत्री आए और चालेगें लेकिन पानी नहीं गया
ग्रामीणों ने एक व्यग्यात्मक स्थिति का ज़िकर करते हुए बताया कि अब से 3 साल पहले हरियाणा सरकार के मंत्री आए और आश्वासन देकर चले गए. लेकिन इन चुनावों में मंत्री जी चलेगें (मतलब हार गए) पर कॉलोनी का पानी वहीं-की-वहीं है.
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इस मामले में जब इंद्री बीडीपीओ अंग्रेज सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया है कि इस कॉलोनी को अवैध रूप से काटा गया है. कॉलोनाइजर द्वारा किसी भी प्रकार से पानी के निकासी के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए गए हैं. अब गांव की पंचायत को आदेश जारी दिया गया है और जल्द कोई ना कोई ठोस इंतजाम किया जाए या फिर कॉलोनीजेर द्वारा उनको जोहड़ के लिए कोई नई जगह उपलब्ध कराई जाए.
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