करनाल: हरियाणा में मानसून के दस्तक के साथ ही विभिन्न जिलों में बारिश का दौर जारी है. एक ओर बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है तो दूसरी ओर धान की बिजाई करने वाले किसान इन दिनों काफी खुश हैं. वहीं, पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कुछ किसान इन दिनों भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं. जो किसान मंडी में अनाज लेकर गए थे, उनका अनाज मंडी में भीग चुका है. ऐसे में किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है.
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करनाल अनाज मंडी में मक्का भीगने से अन्नदाता परेशान: दरअसल बहुत सारे किसान हैं जो परंपरागत खेती से अलग खेती करते हैं. कई किसान अपने खेत में आलू, मक्का उगाते हैं. कुछ किसानों ने हरियाणा के करनाल में मक्के की फसल उगाई हुई थी. ऐसे में पूरी तरह से तैयार होने के बाद अब किसान मंडी में मक्के की फसल को लेकर आए थे, लेकिन मंडी में किसानों के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. मंडी में रखा हुआ किसानों का मक्का बारिश में भीग चुका है. इतना ही नहीं गाय भी वहां घूम रही हैं. मंडी में गाय किसानों के मक्के खा जाती हैं. एक किसान तो वहां शनिवार से बैठे हैं जो अपने मक्के की फसल लेकर आए थे. लेकिन, अभी तक उनकी फसल की खरीद नहीं हुई है.
मंडी में मक्का 1000-1100 प्रति क्विंटल: बता दें कि इस मक्के की फसल की खरीद प्राइवेट होती है. इसका किसानों को अमूमन दाम 1500 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मिलता है. लेकिन, बारिश के कारण मक्का पानी में भीग रहा है, जिसके चलते मक्के के दाम काफी कम मिल रहे हैं. मक्का भीगने के कारण 1000-1100 प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है. बहुत से किसानों की मक्के की फसल खेतों में भी खड़ी है, ऐसे में किसान इस उम्मीद में बैठे हैं कि किसी तरह से फसल उचित रेट पर बिक जाए ताकि उन्हें नुकसान ना उठाना पड़े. गौर रहे कि बहुत सारे किसानों ने ठेके पर जमीन लेकर फसल उगाई थी और अब अगली फसल की तैयारी में भी वो जुटे हुए हैं. ऐसे में उन्हें पैसे की भी जरूरत है.
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पिछले साल से चार गुना आई मक्का: वहीं, करनाल मंडी सेक्रेटरी श्रीभगवान मुदगिल ने कहा है कि करनाल की नई अनाज मंडी में 21,363 क्विंटल मक्का आ चुका है. जबकि पिछले वर्ष इस तारीख तक 4,507 क्विंटल मक्का आया था. बारिश आने की स्थिति में नई अनाज मंडी में 8 शेड हैं, जिन्हें किसान ट्रॉली को खड़ा कर सकते हैं. आढ़तियों के पास पर्याप्त मात्रा में तिरपाल हैं. मंडी सेक्रेटरी ने कहा किसान मक्के के सूखा कर और साफ करके मंडी में लाएं ताकि मंडी में उन्हें अच्छा भाव मिल सके.