करनालः प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस पर काम करने के बड़े-बड़े दावे करती हो, लेकिन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सरकार के वादों और दावों को पलीता लगाने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं. करनाल में 1 साल पहले ही बना मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक पश्चिमी बाइपास की हालत देखकर उससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है.
1 साल पहले की हुआ था सड़क का उद्घाटन
हालात ये है कि महज 1 साल पहले ही जनता को समर्पित किए गए सड़क में बड़े-बड़े और चौड़े खड्डे हो चुके हैं. जो यह बयान कर रहे है कि हैवी वाहनों के लिए बनाए गए इस सड़क में उन वाहनों का भार सहन करने के लिए ना तो अच्छी मैटिरियल का प्रयोग किया गया है और ना ही टूटने से बने भयंकर खड्डों पर कोई पैच वर्क ही किया गया है, जिस कारण से सड़क पर कई हादसे हो रहे हैं.
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अधीक्षक अभियंता ने सड़क ठीक कराने का दिया आदेश
ईटीवी भारत की टीम ने अपना सरोकार समझते हुए अधीक्षक अभियंता पीडब्ल्यूडी बी&आर को इस मामले से अवगत करवाया. अधिकारी ने मौके से तुरंत एक्सईएन को फोन कर सड़क को 2 दिन के अंदर ठीक करने के आदेश दिए.
हालात भ्रष्टाचार की ओर कर रहे इशारा
वहीं यह सवाल किए जाने पर कि इतनी जल्दी सड़क का टूटना किसी घोटाले की तरफ साफतौर पर संकेत कर रहा है, तो अधीक्षक अभियन्ता ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है, पर पड़ताल की जाएगी.
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