करनाल: बुधवार को बाबा राम सिंह ने सिंघु बॉर्डर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. बाबा राम सिंह के पास से सुसाइड नोट भी मिला था. जिसमें उन्होंने लिखा था कि किसान भूखे-प्यासे ठंड में सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं और सरकार उनकी नहीं सुन रही. इसलिए वो आत्महत्या कर रहे हैं.
गुरुवार को बाबा राम सिंह के पार्थिव शरीर को नानकसर गुरुद्वारा सिंगडा में संगत के दर्शनों के लिए रखा गया. उनके अनुयायी देश-विदेश से अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को बाबा राम सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बाबा राम सिंह के अनुयायियों ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि वो काफी दिन से किसानों के आंदोलन को लेकर परेशान थे. बाबा राम सिंह का कहना था कि किसानों का दर्द उनसे देखा नहीं जा रहा. वहीं सरकार इस मामले पर कोई सहयोग नहीं कर रही. बाबा राम सिंह के समर्थकों ने कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
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इससे पहले बुधवार रात को ही करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में बाबा राम सिंह का पोस्टमार्टम किया गया था. जिसके बाद बाबा के पार्थिव शरीर को गुरुद्वारा नानकसर सिंगडा करनाल में रखा गया. सुबह से ही उनके अनुयायी पार्थिव शरीर के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष गुरुनाम चढूनी भी गुरुद्वारा नानकसर में शोक व्यक्त करने पहुंचे.