करनाल: घरौंडा थाने की पुलिस टीम ने 7 मई को बीकॉम छात्र रंजन की अपहरण करके हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने पहले रंजन का अपहरण किया था और उसके करीब 3 घंटे बाद उसका शव बरामद हुआ था. पुलिस ने इस केस के मुख्य आरोपी गगसीना गांव के रहने वाले यक्षित पुत्र नरेंद्र को पकड़ने में सफलता हासिल की है.
पूछताछ में आरोपी द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल कर ली है. आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है छात्र रंजन की हत्या प्रेम प्रसंग के मामले में हुई है. मृतक रंजन फोन पर किसी लड़की से बातचीत करता था जो कि मुख्य आरोपी यक्षित को पसंद नहीं था. यक्षित खुद उस लड़की को पसंद करता था. इसी के चलते उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पहले रंजन का अपहरण किया और फिर उसको गाड़ी में डालकर ले गए.
बताया जा रहा है कि अपहरण करने के बाद आरोपियों ने रंजन की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद रंजन के शव को मलिकपुर रोड के किनारे फेंक दिया और मौके से फरार हो गये. मृतक रंजन के चाचा चंदेश्वर राय ने थाना घरौंडा में एक शिकायत दी थी, जिसमें उसने बताया कि उसका साढू संजय लाल राय भी अपने परिवार के साथ वार्ड नंबर 3 धर्मवीर कॉलोनी में रहता है.
उसने बताया कि 7 मई को शाम के समय संजय का लड़का रंजन घर के सामने गली में घूम रहा था. उसी समय एक लड़का यक्षित उसको पार्क की तरफ बुलाकर ले गया. उसके साथ में एक दूसरा लड़का सुजल वर्मा भी था. देखते ही देखते आरोपियों ने पहले से ही पार्क के पास खड़ी एक गाड़ी में रंजन को डाल लिया और उसका अपहरण करके ले गए. जब रंजन के परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की तो अपहरण के करीब 3 घंटे बाद रंजन की डेड बॉडी घरौंडा से मलिकपुर जाने वाली रोड पर पड़ी मिली. उसकी आंख और गले पर चोट के निशान थे.
रंजन की हत्या के मामले में यक्षित, सुजल वर्मा और अन्य आरोपियों के खिलाफ थाना घरौंडा में मुकदमा नंबर 264 दर्ज किया गया था. आरोपियों पर आईपीसी की धारा 148, 149, 302, 365 के तहत केस किया गया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जायेगी ताकि इस मामले में शामिल बाकी आरोपियों को भी पकड़ा जा सके. साथ ही वारदात में इस्तेमाल गाड़ी और लाठी-डंडे को भी बरामद किया जाएगा.
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