करनाल: गुरुवार को धान में नमी का तर्क देते हुए खरीद में आनाकानी कर रही खरीद एजेंसियों के खिलाफ करनाल में किसानों ने हल्ला बोल दिया. सुबह से ही भारी संख्या में किसान मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और सरकार और मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
किसान नेता जीवन सिंह ने बताया कि असंध की अनाज मंडी में धान के ढेर लग गए हैं. किसानों और सरकार के बीच चल रहे गतिरोध के चलते धान की खरीद सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई.
उन्होंने बताया कि खरीद एजेंसियां 17 प्रतिशत नमी की धान खरीद करने पर अड़ी हैं, जबकि किसान 24 से 25 प्रतिशत नमी वाली धान को भी पूरे मोल में खरीदने की मांग पर अड़ा हुआ है. किसानों का तर्क है कि कटाई के वक्त यदि जीरी(धान) की नमी बिल्कुल कम होगी तो जीरी नीचे ही झड़ जाएगी. इसी को लेकर आज उन्होंने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ सरकार और मार्केट कमेटी के खिलाफ प्रदर्शन किया.
वहीं व्यापारी सुरजीत राणा ने बताया कि इस प्रदर्शन की शुरूआत किसानों ने की है. जिसका व्यापारी समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार चाहती है कि धान की खरीद 17 प्रतिशत नमी पर हो. लेकिन किसानों की मांग है कि 24 से 25 प्रतिशत नमी पर भी धान के पूरे भाव मिले. जिसके चलते वो सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
वहीं मार्केट कमेटी सचिव कृष्ण धनखड़ ने कहा कि सरकार द्वारा 17 प्रतिशत नमी वाली ही जीरी (धान ) खरीदने की हिदायत है.किसानों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा.
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