कैथल: महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती को कांग्रेस ने देशभर में किसान मजदूर बचाओ आंदोलन दिवस के रूप में मनाया. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कृषि कानूनों के विरोध में कैथल में शहीद स्मारक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर धरना दिया और पिहोवा चौक तक पैदल मार्च करते हुए तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
कैथल में धरने की अध्यक्षता करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मोदी, खट्टर और दुष्यंत की जोड़ी ने खेत, खलिहान, अनाज मंडी के ऊपर तीन नए कानून बनाकर क्रूर प्रहार किया है. ये काले कानून देश में खेती व करोड़ों किसान, मजदूर और आढ़ती को खत्म करने की साजिश के दस्तावेज हैं. खेती और किसानों को पूंजीपतियों के हाथ गिरवी रखने का यह सोचा समझा षड्यंत्र है.
उन्होंने कहा कि अब ये साफ है कि मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों के जरिए ईस्ट इंडिया कंपनी बना रहे हैं. अन्नदाता किसान व मजदूर की मेहनत को मुट्ठी भर पूंजीपतियों की जंजीरों में जकड़ना चाहती है. किसान को लागत और साथ में 50 प्रतिशत मुनाफा का सपना दिखा सत्ता में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 कानूनों के माध्यम से खेती के खात्में का पूरा उपन्यास लिख दिया.
अन्नदाता किसान के वोट से जन्मी मोदी सरकार आज किसानों के लिए भस्मासुर साबित हुई है. मोदी सरकार शुरू से ही किसान विरोधी रही है. साल 2014 में सत्ता में आते ही किसानों के लिए भूमि मुआवजा कानून को खत्म करने का आदेश लाई थी. तब भी कांग्रेस ने इसका खुलकर विरोध किया था.
सुरजेवाला ने कहा कि जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिल जाता. तब तक कांग्रेस पार्टी किसानों के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी. चाहे हमें कितना ही बड़ा आंदोलन क्यों ना करना पड़े, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे.
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