कैथल: भारतीय जनता पार्टी में हर 3 साल के बाद प्रदेश अध्यक्ष से लेकर बूथ लेवल तक के पदों के लिए चुनाव प्रक्रिया होती है. इसी के मद्देनजर बीजेपी चुनाव प्रभारी मदन चौहान ने कैथल में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.
हर तीन साल बाद होता है प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव
चुनाव प्रभारी मदनलाल चौहान ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी हर 3 साल के बाद प्रदेश अध्यक्ष से लेकर बूथ लेवल तक के पदों के लिए चुनाव प्रक्रिया की जाती है. इसके मद्देनजर कैथल जिला में उन्होंने सभी कैथल मंडल चुनाव प्रभारियों की एक बैठक ली. इस दौरान कैथल जिला के सभी मंडल प्रभारी इस बैठक में मौजूद रहे.
मंडल और बूथ स्तर के अध्यक्ष का भी होगा चुनाव
मंडल प्रभारी बूथ स्तर और बूथ समिति का चुनाव आने वाले समय में करवाएंगे. उन्होंने कहा कि ये सभी मंडल प्रभारी 13 दिसंबर तक सभी चुनाव संबंधित प्रक्रिया को पूरा करेंगे और 15 दिसंबर को विधानसभा के अनुसार कैथल जिला में ही रहेंगे. उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी हर 3 साल के बाद चुनाव करवाती है. बाकी किसी भी पार्टी में इस तरह की प्रक्रिया नहीं अपनाई जाती.
तीसरी बार कोई कार्यकर्ता अध्यक्ष पद ग्रहण नहीं कर सकता
चुनाव प्रभारी मदन चौहान ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक की समय अवधि तीन-तीन साल की होती है और 2 बार पद पर रहने के बाद कोई भी अध्यक्ष या बूथ स्तर का कोई कार्यकर्ता तीसरी बार पद ग्रहण नहीं कर सकता. इस दौरान मदन चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसा.
मदन चौहान ने कांग्रेस पर साधा निशाना
मदन चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक ही परिवार के सदस्य को अध्यक्ष पद पर रखा जाता है. जबकि भारतीय जनता पार्टी में एक व्यक्ति सिर्फ दो बार ही अध्यक्ष पद पर रह सकता है. किसी एक परिवार का सदस्य अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकता. उन्होंने ये भी कहा कि इस चुनाव में कोई भी आम कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन सकता है और बूथ स्तर के पद पर भी रह सकता है.
सुभाष बराला का बदला जाना तय
बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है. वो दोबारा फिर तीन साल के लिए रिपीट किया जा सकता है. सुभाष बराला का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है. ऐसे में उनका बदला जाना तय है.
ये भी पढ़ें- मनपसंद तबादले के लिए चंडीगढ़ में अधिकारियों का जमघट, कई विधायक भी लगा रहे सिफारिश
ओपी धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं
जाट चेहरे के रूप में बीजेपी के पास पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु हैं. दोनों ही विधानसभा चुनाव हार चुके हैं. पानीपत ग्रामीण से चुनाव जीते महीपाल ढांडा का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए चल रहा है.