कैथल: रॉकी मित्तल के मामले में कैथल पुलिस बेहद अजीबोगरीब कानूनी कार्रवाई कर रही है. दरअसल रॉकी मित्तल को गिरफ्तार करके पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से मित्तल को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. इन तीन दिनों के दौरान पुलिस रॉकी मित्तल को लेकर जयपुर जाएगी, ताकि उस बत्ती को बरामद किया जा सके, जो उसने जज के मुंह पर दे मारी थी. बताया जा रहा है कि रॉकी मित्तल ने जज की गाड़ी से चुराई वो बत्ती जयपुर में अपने एक दोस्त के पास छिपाकर रखी है.
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रॉकी की गिरफ्तारी की वजह सरकार के खिलाफ बगावत है, जिसके चलते लगभग 6 साल पुराना मामला फिर से खोला गया गया है. उस वक्त रॉकी ने जज की कार की बत्ती उतारकर जज के ही मुंह पर दे मारी थी. हालांकि रॉकी का कहना है कि तीन बार बंद हो चुके केस को बार-बार सिर्फ खुंदक निकालने के लिए खोला जा रहा है. बात 12 मई 2015 की है, जब झज्जर के तत्कालीन एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विवेक नासिर अपनी साली के विवाह समारोह में शरीक होकर पटियाला से लौट रहे थे.
गौरतलब है कि कैथल जिले से ताल्लुक रखते जय भगवान उर्फ रॉकी मित्तल रॉकी मित्तल मोदी भक्त कहलाते हैं. उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रचार में गाने गाए थे. इसके बाद पिछले 6 साल से वह प्रदेश की सरकार के लिए प्रचार कर रहे थे. 2019 में प्रदेश की सरकार ने रॉकी मित्तल को 'एक और सुधार' कार्यक्रम का प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी बनाया था.
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वहीं कुछ समय बाद उन्हें उस पद से हटा दिया गया था. इसके बाद फरवरी 2020 में रॉकी को स्पेशल पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंप दी गई. अब 16 दिसंबर 2020 को रॉकी को इस पद से भी हटा दिया गया. अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल ने अपने आदेश में अपरिहार्य कारण बताए थे.