कैथल: लगभग 1 महीने पहले शेरों खेड़ी गांव में हाई वोल्टेज लाइन पर काम करते हुए एक कच्चे कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई थी. इस मामले में बिजली विभाग के सभी कच्चे कर्मचारी पिछले 15 दिनों से धरने पर बैठे हैं, जो उस मृतक की मौत के लिए इंसाफ मांग रहे हैं.
बिजली संगठन के नेता दिनेश ने कहा कि बिजली कर्मचारी की मौत को करीब 33 दिन हो गए हैं, लेकिन सरकार इसके बावजूद नहीं सुन रही है. अगर किसी कच्चे कर्मचारी की या पक्के कर्मचारी की काम करते हुए ऑन ड्यूटी मौत हो जाती है तो उसमें कुछ कच्चे कर्मचारियों को ही दोषी ठहरा दिया जाता है.
जबकि उसमें कुछ पक्के अधिकारी दोषी थे. उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था, लेकिन विभाग की मिलीभगत से दो कच्चे कर्मचारियों को उसका जिम्मेदार ठहरा दिया गया और उनको नौकरी से हटा दिया गया. अब इनकी मांग है कि मृतक को विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाए.
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इसके अलावा इस मामले की जांच किसी नोडल अधिकारी को दी जाए और जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है उनको वापस नौकरी पर रखा जाए. कर्मचारियों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती, तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे.