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कैथल: बिजली कर्मचारी मौत मामला, जिद पर अड़े कर्मचारी

कैथल में बिजली कर्मचारी की हुई मौत मामले को लेकर कर्मचारियों का प्रदर्शन पिछले 15 दिनों से जारी है. कर्मचारियों ने सरकार से मुआवजे और निकाले गए दो कर्मचारियों को वापस नौकरी पर लाने की मांग की है.

Kaithal electricity worker death case update
Kaithal electricity worker death case update
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Published : Jun 22, 2020, 8:21 PM IST

कैथल: लगभग 1 महीने पहले शेरों खेड़ी गांव में हाई वोल्टेज लाइन पर काम करते हुए एक कच्चे कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई थी. इस मामले में बिजली विभाग के सभी कच्चे कर्मचारी पिछले 15 दिनों से धरने पर बैठे हैं, जो उस मृतक की मौत के लिए इंसाफ मांग रहे हैं.

बिजली संगठन के नेता दिनेश ने कहा कि बिजली कर्मचारी की मौत को करीब 33 दिन हो गए हैं, लेकिन सरकार इसके बावजूद नहीं सुन रही है. अगर किसी कच्चे कर्मचारी की या पक्के कर्मचारी की काम करते हुए ऑन ड्यूटी मौत हो जाती है तो उसमें कुछ कच्चे कर्मचारियों को ही दोषी ठहरा दिया जाता है.

कैथल में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी, देखें वीडियो

जबकि उसमें कुछ पक्के अधिकारी दोषी थे. उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था, लेकिन विभाग की मिलीभगत से दो कच्चे कर्मचारियों को उसका जिम्मेदार ठहरा दिया गया और उनको नौकरी से हटा दिया गया. अब इनकी मांग है कि मृतक को विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाए.

ये भी पढ़ें- पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर रणदीप सुरजेवाला ने कहा 'मोदी है तो मुमकिन है'

इसके अलावा इस मामले की जांच किसी नोडल अधिकारी को दी जाए और जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है उनको वापस नौकरी पर रखा जाए. कर्मचारियों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती, तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे.

कैथल: लगभग 1 महीने पहले शेरों खेड़ी गांव में हाई वोल्टेज लाइन पर काम करते हुए एक कच्चे कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई थी. इस मामले में बिजली विभाग के सभी कच्चे कर्मचारी पिछले 15 दिनों से धरने पर बैठे हैं, जो उस मृतक की मौत के लिए इंसाफ मांग रहे हैं.

बिजली संगठन के नेता दिनेश ने कहा कि बिजली कर्मचारी की मौत को करीब 33 दिन हो गए हैं, लेकिन सरकार इसके बावजूद नहीं सुन रही है. अगर किसी कच्चे कर्मचारी की या पक्के कर्मचारी की काम करते हुए ऑन ड्यूटी मौत हो जाती है तो उसमें कुछ कच्चे कर्मचारियों को ही दोषी ठहरा दिया जाता है.

कैथल में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी, देखें वीडियो

जबकि उसमें कुछ पक्के अधिकारी दोषी थे. उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था, लेकिन विभाग की मिलीभगत से दो कच्चे कर्मचारियों को उसका जिम्मेदार ठहरा दिया गया और उनको नौकरी से हटा दिया गया. अब इनकी मांग है कि मृतक को विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाए.

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इसके अलावा इस मामले की जांच किसी नोडल अधिकारी को दी जाए और जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है उनको वापस नौकरी पर रखा जाए. कर्मचारियों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती, तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे.

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