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फर्जी SHO बनकर ठगी करन वाले आरोपी को कैथल की सीआईए टीम ने दबोचा, BJP नेता से की थी 8.70 लाख की ठगी - cheating with bjp leader in kaithal

कैथल की सीआईए टीम ने फर्जी एसएचओ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी एसएचओ बनकर लोगों को ठगता था. सीआईए की टीम आरोपी से पूछताछ में जुटी है. (Kaithal CIA One team arrested fake SHO)

Kaithal CIA team arrested fake SHO
कैथल की सीआईए टीम ने फर्जी एसएचओ को गिरफ्तार किया
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Published : Mar 6, 2023, 4:41 PM IST

Updated : Mar 6, 2023, 4:51 PM IST

कैथल की सीआईए टीम ने फर्जी एसएचओ को गिरफ्तार किया.

कैथल: कहावत है कि आरोपी चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो आखिर पुलिस की नजरों से नहीं बच सकता. जिसका जीता जागता उदाहरण कैथल से सामने आया है जहां कैथल की सीआईए वन टीम ने नकली एसएचओ बनकर लोगों को ठगने वाले एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में डीएसपी रविंद्र सांगवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 4 मार्च को कैथल के निवासी अरुण सराफ ने पुलिस को शिकायत दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि एक व्यक्ति ने एसएचओ बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.

डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया था कि एक आरोपी 4 मार्च को उसकी ज्वेलर्स की दुकान पर आया था, जिसने ने अपना परिचय देते हुए बताया कि वह पिहोवा के सदर थाने में बतौर एसएचओ कार्यरत है. उसके घर एक शादी है जिसके लिए गहनों की जरूरत है. उसके बाद ज्वेलर्स का विश्वास जीतने के लिए ज्वेलर्स के ही फोन से पिहोवा के मंत्री संदीप सिंह से भी बात करवाई, जिसके बाद ज्वेलर्स को शातिर अपराधी पर जरा भी शक नहीं हुआ और उसने आरोपी को ₹870000 की ज्वेलरी दे दी.

जब ज्वेलर्स ने गहनों का बिल बनाया तो आरोपी ने कहा कि वह अपनी गाड़ी में ही कैश भूल आया है. उसने ज्वेलर्स से अपने कर्मचारी को साथ भेजने की बात कही. उसके बाद ज्वेलर्स अरुण सराफ ने अपने एक कर्मचारी को आरोपी युवक के साथ ज्वेलरी देकर भेज दिया. आरोपी युवक ने पहले ही अपनी गाड़ी ज्वेलर्स की दुकान से काफी दूर अपनी गाड़ी खड़ी की हुई थी. जैसे ही ज्वेलर्स का कर्मचारी गाड़ी के पास ज्वैलरी लेकर पहुंचा तो मौके का फायदा उठाते हुए आरोपी युवक ने कर्मचारी से गहने झपट लिए और गाड़ी में बैठ कर फरार हो गया था.

वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए कैथल के एसपी मकसूद अहमद ने इसकी जांच कैथल सीआईए वन को सौंपी थी. इस बीच कैथल की सीआईए टीम ने 24 घंटे से भी पहले वारदात की गुत्थी को सुलझाते हुए पिहोवा के आरोपी रमनदीप को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से धोखे से ठगी गई ज्वेलर्स की सभी ज्वेलरी को रिकवरी कर लिया है.

डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में आरोपी ने कबूला है कि उसने कैथल से पहले करनाल में भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया था, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया. उसके बाद कैथल के ही पुंडरी कस्बे में भी इस तरह की ठगी करने का प्रयास किया, लेकिन वहां पर भी उसकी दाल नहीं गली. फिर कैथल के ज्वेलर्स अरुण सराफ को अपने जाल में फसाने में कामयाब हो गया और उस से 8.70 लाख की ज्वेलरी लेकर फरार हो गया था जिसको सीआईए टीम में 24 घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने कहा कि आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा और इस वरदात के बारे गहनता से पूछताछ की जाएगी.

ये भी पढ़ें: रेवाड़ी में गुंडागर्दी: घर में घुसकर लाठी डंडे से व्यक्ति का हाथ पैर तोड़ा, 10 हजार रुपये लेकर फरार

कैथल की सीआईए टीम ने फर्जी एसएचओ को गिरफ्तार किया.

कैथल: कहावत है कि आरोपी चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो आखिर पुलिस की नजरों से नहीं बच सकता. जिसका जीता जागता उदाहरण कैथल से सामने आया है जहां कैथल की सीआईए वन टीम ने नकली एसएचओ बनकर लोगों को ठगने वाले एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में डीएसपी रविंद्र सांगवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 4 मार्च को कैथल के निवासी अरुण सराफ ने पुलिस को शिकायत दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि एक व्यक्ति ने एसएचओ बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.

डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया था कि एक आरोपी 4 मार्च को उसकी ज्वेलर्स की दुकान पर आया था, जिसने ने अपना परिचय देते हुए बताया कि वह पिहोवा के सदर थाने में बतौर एसएचओ कार्यरत है. उसके घर एक शादी है जिसके लिए गहनों की जरूरत है. उसके बाद ज्वेलर्स का विश्वास जीतने के लिए ज्वेलर्स के ही फोन से पिहोवा के मंत्री संदीप सिंह से भी बात करवाई, जिसके बाद ज्वेलर्स को शातिर अपराधी पर जरा भी शक नहीं हुआ और उसने आरोपी को ₹870000 की ज्वेलरी दे दी.

जब ज्वेलर्स ने गहनों का बिल बनाया तो आरोपी ने कहा कि वह अपनी गाड़ी में ही कैश भूल आया है. उसने ज्वेलर्स से अपने कर्मचारी को साथ भेजने की बात कही. उसके बाद ज्वेलर्स अरुण सराफ ने अपने एक कर्मचारी को आरोपी युवक के साथ ज्वेलरी देकर भेज दिया. आरोपी युवक ने पहले ही अपनी गाड़ी ज्वेलर्स की दुकान से काफी दूर अपनी गाड़ी खड़ी की हुई थी. जैसे ही ज्वेलर्स का कर्मचारी गाड़ी के पास ज्वैलरी लेकर पहुंचा तो मौके का फायदा उठाते हुए आरोपी युवक ने कर्मचारी से गहने झपट लिए और गाड़ी में बैठ कर फरार हो गया था.

वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए कैथल के एसपी मकसूद अहमद ने इसकी जांच कैथल सीआईए वन को सौंपी थी. इस बीच कैथल की सीआईए टीम ने 24 घंटे से भी पहले वारदात की गुत्थी को सुलझाते हुए पिहोवा के आरोपी रमनदीप को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से धोखे से ठगी गई ज्वेलर्स की सभी ज्वेलरी को रिकवरी कर लिया है.

डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में आरोपी ने कबूला है कि उसने कैथल से पहले करनाल में भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया था, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया. उसके बाद कैथल के ही पुंडरी कस्बे में भी इस तरह की ठगी करने का प्रयास किया, लेकिन वहां पर भी उसकी दाल नहीं गली. फिर कैथल के ज्वेलर्स अरुण सराफ को अपने जाल में फसाने में कामयाब हो गया और उस से 8.70 लाख की ज्वेलरी लेकर फरार हो गया था जिसको सीआईए टीम में 24 घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने कहा कि आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा और इस वरदात के बारे गहनता से पूछताछ की जाएगी.

ये भी पढ़ें: रेवाड़ी में गुंडागर्दी: घर में घुसकर लाठी डंडे से व्यक्ति का हाथ पैर तोड़ा, 10 हजार रुपये लेकर फरार

Last Updated : Mar 6, 2023, 4:51 PM IST
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