कैथल: जुनैद-नासिर हत्याकांड केस को लेकर कैथल जिले के गांव बाबा लदाना में महापंचायत हुई है. इस महापंचायत में हिंदू संगठनों के प्रमुख शामिल हुए. महापंचायत में सर्वसम्मति के आधार पर एक कमेटी बनाई गई है. इसके साथ ही महापंचायत में नासिर जुनैद हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. इस दौरान ग्रामीणों ने कथित तौर पर पंडित श्रीकांत की गर्भवती पत्नी के गर्भ गिराने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
कैथल में हुई महापंचायत में निर्णय लिया गया कि राजस्थान पुलिस किसी भी गौ रक्षक दल के सदस्य के घर सीधे नहीं जाएगी. इसके लिए पुलिस को पहले उनकी कमेटी, गांव पंचायत और गांव के प्रमुख व्यक्तियों को इसकी सूचना देनी होगी. इसके साथ ही पुलिस को उनके सामने ही पूछताछ करनी होगी. महापंचायत में कथित तौर पर पंडित श्रीकांत की गर्भवती महिला के पेट पर लात मारने वाले पुलिसकर्मी पर कार्रवाई करने की मांग की. ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा देने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की.
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भिवानी बोलेरो कांड में 8 आरोपी शामिल: भिवानी बोलेरो कांड को लेकर राजस्थान पुलिस ने दावा किया है कि इस वारदात में कुल 8 लोग शामिल थे. पुलिस की माने तो आरोपियों ने पहले स्कार्पियो गाड़ी से नासिर व जुनैद का अपहरण किया था. इसके बाद उनकी पीट पीट कर हत्या कर दी और फिर दोनों को जला दिया. जिस सफेद स्कार्पियो गाड़ी से दोनों का अपहरण किया गया था, उसे पुलिस ने हरियाणा की एक गोशाला से बरामद कर लिया है. पुलिस के अनुसार रिंकू ने पूछताछ में पूरी वारदात कबूली है. पुलिस के पास सभी टेक्निकल एविडेंस मौजूद हैं. पुलिस मोनू राणा समेत 8 लोगों की पहचान उजागर कर उनकी धरपकड़ कर रही है.
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राजस्थान पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों का मोर्चा: इस मामले को लेकर राजस्थान पुलिस कुछ दिन पहले कैथल के गांव बाबा लदाना में आरोपी कालू को गिरफ्तार करने आई थी, परंतु वह घर पर नहीं मिला और पुलिस खाली हाथ लौट गई. ग्रामीणों का कहना है कि राजस्थान पुलिस जबरदस्ती लोगों के नाम लिखकर, उन्हें प्रताड़ित करने का काम कर रही है. इसलिए ग्रामीणों ने फैसला किया था कि वे अब गांव में राजस्थान पुलिस को नहीं आने देंगे.