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गुहला चीका में हुई भारी ओलावृष्टि, किसानों की मटर की फसल हुई बर्बाद - kaithal hail storm

सोमवार को कैथल में जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई. इससे सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ. सब्जी उगाने वाले किसानों के फसल खराब हो गई, तो वहीं उनके खेतों में पानी खड़ा हो गया.

गुहला चीका में हुई भारी ओलावृष्टि
गुहला चीका में हुई भारी ओलावृष्टि
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Published : Jan 13, 2020, 5:42 PM IST

कैथल: गुहला चीका के खेतों में सरसों के पीले फूल और गेहूं के हरियाली अभी पूरी तरह से अपने यौवन पर भी नहीं आई थी कि कुदरत ने चंद मिनटों में किसान को हिला कर रख दिया. अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे किसानों को कुदरत की ऐसी मार लगी कि चंद मिनटों में उनकी मटर, सरसों और गेहूं की फसल को जमीन पर बिछा दिया.

कुदरती कहर से हुआ किसानों को नुकसान
आसमान से जमकर बरसात के साथ ओलावृष्टि होने लगी तो गरीबों की झुग्गी, झोपड़ियां तो दूर पक्के मकानों में भी काफी नुकसान हुआ. वहीं किसानों ने बताया कि लगातार तकरीबन 5 से 10 मिनट तक गुहला चीका इलाके में आसमान से बरसात के साथ ओलवृष्टि होने लगी.

गुहला चीका में हुई भारी ओलावृष्टि, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- कैथल में हुई भारी ओलावृष्टि, कई डिग्री तक लुढ़का पारा

किसानों ने बताया कि लगभग कई एकड़ में लगी मटर की फसल पर अभी तो फूल ही आने शुरू हुए थे कि सोमवार को कुदरत की मार से किसानों के चेहरे दुखी हो गए, क्योंकि वो मटर की फसल पर अच्छा फूल देखकर खुश थे. लेकिन उन्हें क्या पता क्या चंद मिनटों में उनके मटर की फसल पर आए फूल ओलावृष्टि की वजह से झड़ जाएंगे और खेतों में पानी खड़ा हो जाएगा.

बारिश ने फेरा किसानों की उम्मीदों पर पानी
इसके साथ ही ओलावृष्टि और बारिश के दौरान आवाज इतनी तेज थी कि लोग सन्न रह गए. इस ओलावृष्टि से किसान की पूरी तरह से कमर टूट गई. कृषि पर आधारित किसान इस बार फसलों के उत्पादन की उम्मीद कर रहा था, लेकिन कुदरत ने किसान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. बता दें कि किसानों ने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है.

कैथल: गुहला चीका के खेतों में सरसों के पीले फूल और गेहूं के हरियाली अभी पूरी तरह से अपने यौवन पर भी नहीं आई थी कि कुदरत ने चंद मिनटों में किसान को हिला कर रख दिया. अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे किसानों को कुदरत की ऐसी मार लगी कि चंद मिनटों में उनकी मटर, सरसों और गेहूं की फसल को जमीन पर बिछा दिया.

कुदरती कहर से हुआ किसानों को नुकसान
आसमान से जमकर बरसात के साथ ओलावृष्टि होने लगी तो गरीबों की झुग्गी, झोपड़ियां तो दूर पक्के मकानों में भी काफी नुकसान हुआ. वहीं किसानों ने बताया कि लगातार तकरीबन 5 से 10 मिनट तक गुहला चीका इलाके में आसमान से बरसात के साथ ओलवृष्टि होने लगी.

गुहला चीका में हुई भारी ओलावृष्टि, देखें वीडियो

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किसानों ने बताया कि लगभग कई एकड़ में लगी मटर की फसल पर अभी तो फूल ही आने शुरू हुए थे कि सोमवार को कुदरत की मार से किसानों के चेहरे दुखी हो गए, क्योंकि वो मटर की फसल पर अच्छा फूल देखकर खुश थे. लेकिन उन्हें क्या पता क्या चंद मिनटों में उनके मटर की फसल पर आए फूल ओलावृष्टि की वजह से झड़ जाएंगे और खेतों में पानी खड़ा हो जाएगा.

बारिश ने फेरा किसानों की उम्मीदों पर पानी
इसके साथ ही ओलावृष्टि और बारिश के दौरान आवाज इतनी तेज थी कि लोग सन्न रह गए. इस ओलावृष्टि से किसान की पूरी तरह से कमर टूट गई. कृषि पर आधारित किसान इस बार फसलों के उत्पादन की उम्मीद कर रहा था, लेकिन कुदरत ने किसान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. बता दें कि किसानों ने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है.

Intro:गुहला चीका में ओलावृष्टि से किसानों के मटर की फसल को भारी नुकसान

गुहला चीका

खेतों में सरसों के पीले फूल और गेहूं के हरियाली अभी पूरी तरह से अपने यौवन पर भी नहीं आई थी कि कुदरत ने चंद मिनटों में किसान को हिला कर रख दिया। अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे किसानों को कुदरत की ऐसी मार लगी कि चंद मिनटों में उनकी मटर व सरसों , गेहूं इत्यादि की फसलें जमीन पर बिछ गई। आसमान से जमकर बरसात के साथ ओलावृष्टि होने लगी तो गरीबों की झुग्गी, झोपड़ियां तो दूर पक्के मकानों में भी बरसात व ओलावृष्टि ठनक देखने को मिली। वहीं किसानों ने बताया कि लगातार तकरीबन 5 से 10 मिनट तक गुहला चीका इलाके में आसमान से बरसात के साथ ओलों की बारिश होने लगी। और लगभग कई एकड़ मैं लगी मटर की फसल पर अभी तो फूल ही आने शुरू हुए थे कि आज कुदरत की मार से किसानों के चेहरे दुखी हो गए क्योंकि वह मटर की फसल पर अच्छा फूल देखकर खुश थे लेकिन उन्हें क्या पता क्या चंद मिनटों में उनके मटर की फसल पर आए फूल ओलावृष्टि की वजह से झड़ जाएंगे और खेतों में पानी खड़ा हो जाएगा जिससे उनकी मटर की फसल खराब होनी शुरू हो जाएगी इसके साथ ही आज ओलावृष्टि व बारिश के दौरान आवाज इतनी तेज थी कि लोग सन्न रह गए। इस ओलावृष्टि से किसान की पूरी तरह से कमर टूट गई। कृषि पर आधारित किसान इस बार फसलों के उत्पादन की उम्मीद कर रहा था।

किसानों ने की मुआवजे की मांग

वहीं जिले के किसानों ने ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान की गिरदावरी कराकर उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की है।

Body: किसानों की कई एकड़ मटर की फसल बर्बादConclusion:Hr_gck_01a_oula varisthi fasl brbad_v&b_hrc10017
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