कैथल: प्रदेश में हरियाली को बढ़ावा देने और पेड़ों की वास्तविक संख्या जानने के लिए हरियाणा सरकार (forest department Haryana) वृक्षों की गणना करवा रही है. जिससे प्रदेश को हरा भरा (plantation in Haryana) किया जा सके. केंद्रीय पॉलिसी के तहत हरियाणा में समतल जमीन पर 20% पौधा रोपण होना चाहिए, लेकिन हरियाणा में करीब 7% जमीन पर ही पेड़ हैं. इसमें भी सरकारी भूमि पर पौध रोपण केवल 3 फीसदी ही है. ऐसे में राज्य सरकार नेशनल पॉलिसी के लक्ष्य को हासिल करना चाहती है, इसके लिए पेड़ों की गणना कराई जा रही है, उसके बाद आवश्यकता अनुसार पेड़ लगाए जाएंगे.
वन विभाग का दावा है कि ऐसा होने का प्रमुख कारण हरियाणा का कृषि प्रधान प्रदेश होना है. जिससे विभाग को पौधा रोपण की जमीन नहीं मिल पाती है. अब सरकार जमीनी हकीकत जानने के लिए पंचायत भूमि, निजी भूमि, वन भूमि, सभी सरकारी कार्यालयों के साथ ही घरों में लगे हर प्रकार के वृक्षों की गणना करवा रही है. कैथल के जिला वन अधिकारी रणवीर ढुल ने बताया कि इसका 75 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, शेष भी जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है.
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उन्होंने बताया कि इससे भविष्य में योजनाएं बनाने के लिए इस जानकारी का उपयोग किया जा सकेगा. इस आकलन के आधार पर वन विभाग आगामी सीजन में पौधरोपण तथा उनके रख-रखाव की योजना बनाएगा. इस गणना का मुख्य उद्देश्य जिले में किस गांव या शहर में कितना क्षेत्र हरा भरा है, उसकी जानकारी जुटाना है.
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