कैथल: जवाहर पार्क में रविवार को एससी बीसी संयुक्त मोर्चा कैथल द्वारा बहुजन महापंचायत एवं सामाजिक सम्मेलन आयोजित किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने शिरकत की और लोगों को सम्बोधित किया.
गुरनाम चढूनी ने कहा कि ये आंदोलन केवल किसानों का आंदोलन नहीं है. ये आंदोलन किसानों ने शुरू किया है, अब ये आंदोलन देश के हर जनमानस का आंदोलन है क्योंकि इन तीन कृषि कानूनों का केवल किसानों को ही नुकसान नहीं है बल्कि देश के हर वर्ग को इन कृषि कानूनों का नुकसान है. क्योंकि पूरे देश का भोजन चंद लोगों के खजाने में जाकर कैद हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि ये आंदोलन जनता वर्सेस कॉरपोरेट घराने का है इसलिए हम सभी को इकट्ठा होना पड़ेगा. आज की जो ये पंचायत है हमने इसे दलित सम्मेलन के नाम से बुलाया है. अब हम सभी एक साथ मिलकर इस आंदोलन को लड़ेंगे क्योंकि ये देश चंद लोगों के हाथों में बिक रहा है.
वहीं कोरोना को लेकर कहीं सरकार किसान आंदोलन को खत्म ना करवा दे इसको लेकर उन्होंने कहा कि जब आंदोलन शुरू हुआ था तब भी कोरोना था, तो क्या किसान रुक गया था. ये लोग झूठ बोल रहे हैं, कोरोना कोई बीमारी नहीं है, कोरोना एक बहुत बड़ा घोटाला है. उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि जो कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाएगा वो इनका हो जाएगा, उसके हार्मोन बदल सकते हैं और मुझे ये खतरा भी है कि ये टीके किसान यूनियन के नताओं को ना लगा दें.
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उन्होंने कहा कि हमने मंच के माध्यम से कहा कि जो स्वर्ण जाति के भाई हैं वह अपने घरों में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की फोटो लगाएं और जो कमेरा वर्ग के लोग हैं चाहे दलित समाज के लोग हैं या अन्य किसी वर्ग के लोग हैं सर छोटू राम की फोटो अपने घरों में लगाएं.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह द्वारा सरकार और किसानों की बात करवाने पर गुरनाम सिंह चढूनी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या वह रिश्ता करवाने की बात कर रहे हैं. क्या हमारे पास बात करने वाले लोगों की कमी है. चौधरी बीरेंद्र सिंह ड्रामा करते हैं. अगर वह इतने ही अच्छे हैं तो अपने लड़के से इस्तीफा क्यों नहीं दिलवा देते जो भाजपा सांसद हैं. हम भी मान जाएंगे की ये सर छोटू राम का नाती है.
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