कैथल: गुहला के चक्कू लदाना गांव में तीन कृषि कानूनों के विरोध किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया. महापंचायत में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी और गौरव टिकैत ने हिस्सा लिया. गुरनाम चढूनी ने कहा कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
गुरनाम चढूनी ने कहा कि ये सिर्फ किसान का नहीं बल्कि आम आदमी का आंदोलन है. ये आन्दोलन सरकार के कफ़न में कील साबित होगा. उन्होंने कहा कि कर्जे में दबा हुआ किसान आत्महत्या कर रहा है. बीजेपी किसानों का शोषण और बड़े व्यापारियों का पोषण कर रही है.
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज जो यहां पर किसान महापंचायत हुई है. इसमें बड़ी संख्या में लोग आए हैं. उन्होंने कहा कि ये एक जागृति अभियान है. जो सरकार को दिखाने के लिए है कि हमारी गिनती कम नहीं हुई है. अगर गिनती कम होती तो इतनी भारी संख्या में लोग यहां इकट्ठा नहीं होते. हम सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से ये दिखाना चाहते हैं कि किसान अब हर राज्य में जाग चुका है.
राकेश टिकैत पर हमले के सवाल पर गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि हमारे सभी किसान नेताओं को धमकियां मिल रही हैं. हम सभी धमकियों की अनदेखी कर रहे हैं. हमारी तरफ से खुला चैलेंज है, जो बनता है कर लेना, पर हम अपना रास्ता नहीं बदलेंगे, दुष्यंत चौटाला पर उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल को दुष्यंत चौटाला को कैथल में प्रैक्टिकल दिखाएंगे.