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कृषि विधेयकों के खिलाफ कैथल लघु सचिवालय में किसानों का प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने 20 सितंबर को प्रदेश की सड़कों को तीन घंटे के लिए जाम करने की चेतावनी दी है और मांगे ना मानने पर 25 सितंबर को पूरे भारत बंद करने का एलान किया है.

farmers protest in kaithal mini secretariat
कैथल: गुरनाम चढूनी की सरकार को एक और चेतावनी, 25 सितंबर को किया भारत बंद का एलान
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Published : Sep 19, 2020, 10:01 AM IST

कैथल: पीपली में हुए किसानों पर लाठीचार्ज फिर किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने के बाद भी किसानों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने कहा कि सरकार बेशक मुकदमे वापस न ले, लेकिन हमारी मांगे मान लें.

केंद्र सरकार ने जब से तीन कृषि अध्यादेश जारी किए हैं, तब से उनका विरोध हो रहा है और 10 सितंबर को हरियाणा के पीपली में किसानों की एक रैली थी जिसमें तीनों अध्यदेशों पर विचार विमर्श किया जाना था. उस समय किसानों पर पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किया गया ताकि किसान रैली में ना पहुंचे. ये मुद्दा इतना गर्माया कि विपक्ष और किसानो दोनों मौजूदा सरकार पर हावी हो गए.

कैथल: गुरनाम चढूनी की सरकार को एक और चेतावनी, 25 सितंबर को किया भारत बंद का एलान

20 सितंबर को जाम करेंगे प्रदेश की सड़कें: चढूनी

वहीं कैंथल के लघु सचिवालय में किसानों का समर्थन करने के लिए भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम चढूनी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस नहीं करवाने, हमें अध्यादेश वापस करवाना है. अगर सरकार ये नहीं करेगी तो आने वाली 20 सितंबर को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक हरियाणा की सभी सड़कें जाम कर दी जाएंगी.

ये भी पढ़िए- कृषि विधेयक: ईटीवी भारत से बातचीत में कृषि मंत्री ने दिया किसानों के हर सवाल का जवाब

25 सितंबर को भारत बंद करने की चेतावनी

गुरनाम चढूनी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो 25 सितंबर को किसानों के द्वारा पूरा भारत बंद कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो किसान बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा. गुरनाम चढूनी ने कहा कि सरकार द्वारा ला गए ये बिल उनके भविष्य को बर्बाद कर देंगे.

कैथल: पीपली में हुए किसानों पर लाठीचार्ज फिर किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने के बाद भी किसानों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने कहा कि सरकार बेशक मुकदमे वापस न ले, लेकिन हमारी मांगे मान लें.

केंद्र सरकार ने जब से तीन कृषि अध्यादेश जारी किए हैं, तब से उनका विरोध हो रहा है और 10 सितंबर को हरियाणा के पीपली में किसानों की एक रैली थी जिसमें तीनों अध्यदेशों पर विचार विमर्श किया जाना था. उस समय किसानों पर पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किया गया ताकि किसान रैली में ना पहुंचे. ये मुद्दा इतना गर्माया कि विपक्ष और किसानो दोनों मौजूदा सरकार पर हावी हो गए.

कैथल: गुरनाम चढूनी की सरकार को एक और चेतावनी, 25 सितंबर को किया भारत बंद का एलान

20 सितंबर को जाम करेंगे प्रदेश की सड़कें: चढूनी

वहीं कैंथल के लघु सचिवालय में किसानों का समर्थन करने के लिए भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम चढूनी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस नहीं करवाने, हमें अध्यादेश वापस करवाना है. अगर सरकार ये नहीं करेगी तो आने वाली 20 सितंबर को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक हरियाणा की सभी सड़कें जाम कर दी जाएंगी.

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25 सितंबर को भारत बंद करने की चेतावनी

गुरनाम चढूनी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो 25 सितंबर को किसानों के द्वारा पूरा भारत बंद कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो किसान बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा. गुरनाम चढूनी ने कहा कि सरकार द्वारा ला गए ये बिल उनके भविष्य को बर्बाद कर देंगे.

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