कैथल: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहा है. कार्ड धारकों के साथ-साथ ऐसे व्यक्ति, जिनके पास कोई भी कार्ड नही था, उन्हें डिस्ट्रेस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया.
'4,86,000 लोगों को डिस्ट्रेस टोकन के माध्यम से मिला राशन'
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 लाख 86 हजार लोगों को ये सुविधा दी गई. कैथल जिले में भी 25 हजार 416 लोगों को डिस्ट्रेस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया. इसके साथ-साथ संकट की इस घड़ी में प्रवासी मजदूरों को उनके संबंधित राज्यों में भेजने की समुचित व्यवस्था की गई. तीन हजार से ज्यादा बसें दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों को छोड़कर आई और 100 ट्रेनों की व्यवस्था की गई, जिसके माध्यम से विभिन्न राज्यों में लोगों को पूरे इंतजाम के साथ पहुंचाया गया.
'कोरोना को हराने के लिए शासन-प्रशासन कार्य कर रहा है'
मुख्यमंत्री मनोहर लाल लघु सचिवालय स्थित सभागार में विभिन्न विभागाध्यक्षों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने में शासन व प्रशासन ने दिन-रात कार्य किया है, जिसके परिणाम स्वरूप हरियाणा प्रदेश की स्थिति दूसरे राज्यों की तुलना में बेहतर है. कोरोना महामारी किसी ने भी नहीं देखी थी और इसका किसी को भी अनुभव नहीं है. पूरा विश्व इसकी चपेट में आया, जब भारत में इस महामारी ने दस्तक दी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सूझबूझ से कार्य करते हुए इसे फैलने से रोकने के दृष्टिगत लॉकडाउन जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया.
'मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग की कोरोना से बचने के उपाय'
हरियाणा प्रदेश में भी इसके संक्रमण को रोकने के लिए कार्य किया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप हरियाणा की स्थिति दूसरे राज्यों की तुलना में ठीक है. उन्होंने कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए कोई दवा नहीं बनी है, इसलिए सभी को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियों को अपनी आदत में शामिल करना होगा. हरियाणा प्रदेश में इस महामारी के जांच के लिए टेस्टिंग लैब और बढ़ाई जाएंगी.