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घर जाने के लिए जींद में धक्के खा रहे यूपी, बिहार, झारखंड के प्रवासी!

बुधवार को जिस ट्रेन में जींद के बिहार के रहने वाले प्रवासियों को भेजा जाना था, उस ट्रेन में जींद को अलॉट की गई सीटें रद्द कर दी गई है. इसके बाद प्रवासी मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

bihar migrants in jind facing problems
घर जाने के लिए जींद में धक्के खा रहे प्रवासी! सरकार से लगा रहे मदद की गुहार
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Published : May 7, 2020, 12:11 PM IST

जींदः लॉकडाउन के कारण यूपी, बिहार, झारखंड के कई प्रवासी मजदूर हरियाणा में फंसे हुए हैं. ऐसे में प्रदेश में फंसे इन प्रवासियों को वापस उनके गृह राज्य भेजने के लिए हरियाणा में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही है. इसी कड़ी में 2 दिन पहले जींद से बिहार के प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए जिस ट्रेन की अलोटमेंट मिली थी, वो सरकार ने रद्द कर दी है. जिसकी वजह से मंगलवार से राजकीय कॉलेज में बैठे 500 के करीब मजदूर घर जाने का इंतजार कर रहे हैं.

बिहार के सात जिलों के प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए प्रशासन ने सूचना जारी कर रखी है. बुधवार रात को मजदूरों को बसों के जरिए हिसार भेजने की तैयारी भी कर ली गई थी, लेकिन अंतिम समय में भेजने की प्रक्रिया रद्द कर दी गई. बुधवार को जिस ट्रेन में जींद के बिहार के रहने वाले प्रवासियों को भेजा जाना था, उस ट्रेन में जींद को अलॉट की गई सीटें रद्द कर दी गई है. इसके बाद प्रवासी मजदूरों को रात को कॉलेज में ही ठहराया गया.

घर जाने के लिए जींद में धक्के खा रहे प्रवासी! सरकार से लगा रहे मदद की गुहार

मजदूरों में नाराजगी

बुधवार सुबह भी प्रवासी मजदूर अपने जाने का इंतजार करते रहे और हिसार से इन्हें ले जाने वाली ट्रेन हिसार, हांसी और फतेहाबाद के मजदूरों को हिसार से बिहार लेकर चली गई. जिसके बाद से मजदूरों में काफी रोष है. उनका कहना है कि उन्हें रात यहीं गुजारनी पड़ी और इस दौरान काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है.

इस कारण नहीं जा पाए मजदूर

जींद उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि जिस ट्रेन से प्रवासी मजदूरों ने जाना था, उसमें हिसार और अन्य जिलों के प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा होने के कारण जींद के मजदूर नहीं भेजे जा सके. उन्होंने बताया कि गुरुवार को कटिहार, मुज्जफरपुर के मजदूरों को भेजा जाएगा. इनका आज मेडिकल कराया जा रहा है. गुरुवार को केवल उन्हीं प्रवासी मजदूरों को भेजा जाएगा, जिनका पहले रजिस्ट्रेशन व मेडिकल हो चुका है.

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रजिस्ट्रेशन जरूरी है

उपायुक्त ने कहा कि ऐसे कई अन्य प्रवासी, कॉलेज के बाहर या लघु सचिवालय नहीं आए. जिसके कारण ना तो उनका रजिस्ट्रेशन हुआ है और ना ही मेडिकल चेकअप हुआ है. ऐसें में अगर वो अपने घर जाना चाहते हैं तो सबसे पहले वो अपना रजिस्ट्रेशन कराए. इस दौरान जैसे ही उनकी बारी आएगी, उनको सूचित कर दिया जाएगा.

जींदः लॉकडाउन के कारण यूपी, बिहार, झारखंड के कई प्रवासी मजदूर हरियाणा में फंसे हुए हैं. ऐसे में प्रदेश में फंसे इन प्रवासियों को वापस उनके गृह राज्य भेजने के लिए हरियाणा में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही है. इसी कड़ी में 2 दिन पहले जींद से बिहार के प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए जिस ट्रेन की अलोटमेंट मिली थी, वो सरकार ने रद्द कर दी है. जिसकी वजह से मंगलवार से राजकीय कॉलेज में बैठे 500 के करीब मजदूर घर जाने का इंतजार कर रहे हैं.

बिहार के सात जिलों के प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए प्रशासन ने सूचना जारी कर रखी है. बुधवार रात को मजदूरों को बसों के जरिए हिसार भेजने की तैयारी भी कर ली गई थी, लेकिन अंतिम समय में भेजने की प्रक्रिया रद्द कर दी गई. बुधवार को जिस ट्रेन में जींद के बिहार के रहने वाले प्रवासियों को भेजा जाना था, उस ट्रेन में जींद को अलॉट की गई सीटें रद्द कर दी गई है. इसके बाद प्रवासी मजदूरों को रात को कॉलेज में ही ठहराया गया.

घर जाने के लिए जींद में धक्के खा रहे प्रवासी! सरकार से लगा रहे मदद की गुहार

मजदूरों में नाराजगी

बुधवार सुबह भी प्रवासी मजदूर अपने जाने का इंतजार करते रहे और हिसार से इन्हें ले जाने वाली ट्रेन हिसार, हांसी और फतेहाबाद के मजदूरों को हिसार से बिहार लेकर चली गई. जिसके बाद से मजदूरों में काफी रोष है. उनका कहना है कि उन्हें रात यहीं गुजारनी पड़ी और इस दौरान काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है.

इस कारण नहीं जा पाए मजदूर

जींद उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि जिस ट्रेन से प्रवासी मजदूरों ने जाना था, उसमें हिसार और अन्य जिलों के प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा होने के कारण जींद के मजदूर नहीं भेजे जा सके. उन्होंने बताया कि गुरुवार को कटिहार, मुज्जफरपुर के मजदूरों को भेजा जाएगा. इनका आज मेडिकल कराया जा रहा है. गुरुवार को केवल उन्हीं प्रवासी मजदूरों को भेजा जाएगा, जिनका पहले रजिस्ट्रेशन व मेडिकल हो चुका है.

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रजिस्ट्रेशन जरूरी है

उपायुक्त ने कहा कि ऐसे कई अन्य प्रवासी, कॉलेज के बाहर या लघु सचिवालय नहीं आए. जिसके कारण ना तो उनका रजिस्ट्रेशन हुआ है और ना ही मेडिकल चेकअप हुआ है. ऐसें में अगर वो अपने घर जाना चाहते हैं तो सबसे पहले वो अपना रजिस्ट्रेशन कराए. इस दौरान जैसे ही उनकी बारी आएगी, उनको सूचित कर दिया जाएगा.

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