जींद: जींद पुलिस पर बेहद संगीन आरोप लगे हैं. पुलिस पर एक डेड बाड़ी को नहर में फेंकने के आरोप लगे हैं. जीन्द के एसपी ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए तुरंत प्रभाव से 5 पुलिस कर्मियों को संस्पेंड कर दिया है जबकि एक को डिसमिस कर दिया है.
'माइनर से पुलिसवाले ले गए थे डेड बॉडी'
सुरेश नाम का व्यक्ति 7 जुलाई को गांव की ही माइनर पर नहा रहा था. उसके बाद इस व्यक्ति का कोई अता पता नहीं चला. अगले दिन सुरेश के परिजनों को सूचना मिली की नजदीक के गांव में माइनर में एक डेड बाडी मिली है. ये लोग शिनाख्त के लिए वहां पहुंचे. यहां प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उस डेड बाडी को तो पुलिस वाले ले गए है. परिजन पुलिस थाने पहुंचे, लेकिन यहां पुलिस कर्मियों ने पहले दिन मिली डेड बाड़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. सारा दिन परिजन पुलिस थाने के चक्कर काटते रहे. उसी दिन पुलिस की तरफ से यह जवाब आया कि यह डेड बाड़ी दूसरे जिले में बड़ी नहर में मिली है. परिजन मौके पर पहुंचे. यहां जो डेड बाड़ी मिली वह सुरेश की ही थी.
परिजनों का संगीन आरोप
सुरेश के परिजनों का कहना है कि जब यह डेड बाडी एक दिन पहले छोटी नहर में मिल चुकी थी और पुलिस इस डेड बाड़ी को लेकर थाने के लिए रवाना हो चुकी थी तो फिर यह डेड बाड़ी बड़ी नहर में कैसे पहुंची. उनका आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने ही नहर में डेड बॉडी फेंक दी थी.
लापरवाही के आरोप में 5 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
डीएसपी पुष्पा खत्री का कहना है कि शव मामले में लापरवाही करने वाले 5 पुलिस कर्मियों इएसआई धर्मबीर, एएसआई जयबीर, एचसी मेनपाल, एचसी राजेश कुमार, इएचसी राजेश कुमार को एसएसपी अश्विन शैणवी ने सस्पेंड व एसपीओ रमेश को डिसमिस कर दिया है. इस पूरे मामले की जांच डीएसपी जगत सिंह नरवाना को सौंपी गई है.