जींद: खाप पंचायतें काफी दिनों से मजबूत विपक्ष खड़ा करने की कोशिश कर रही थी. खाप प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में कांग्रेस से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर इनेलो और बीएसपी से भी बात कर चुका था, लेकिन इससे पहले की कोई बात बन पाती खाप पंचायत ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं.
अब दलों को एक नहीं करेगी खाप पंचायत
खाप पंचायतों के प्रतिनिधि रमेश दलाल ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि खाप पंचायतें दलगत राजनीति नहीं करती. लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल के मुकाबले मजबूत विपक्ष जरूरी है. मजबूत विपक्ष के बिना सरकार तानाशाह हो जाती है. बीजेपी सरकार की तानाशाही रोकने के लिए ही खाप पंचायतों ने सभी दलों को एकजुट करने की कोशिश की थी.
चौटाला परिवार को एक नहीं कर पाई खाप पंचायत-दलाल
रमेश दलाल ने कहा कि इस बारे में उन्होंने खाप पंचायत की तरफ से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर, अजय चौटाला और अभय सिंह चौटाला से बात की थी. यहां तक की बीएसपी से भी चर्चा की गई थी. रमेश दलाल ने कहा कि खाप पंचायतों ने मजबूत विपक्ष के लिए ही चौटाला परिवार को एकजुट करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. अब खाप पंचायत सभी दलों को एक करने की कोशिश नहीं करेगी.
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मजूबत विपक्ष खड़ा करना चाहती थी खाप पंचायत
बता दें कि हाल ही में खाप पंचायतों ने कई विपक्षी दलों से बातचीत की थी. इस दौरान खाप पंचायतों ने चौटाला परिवार यानी की अभय और अजय चौटाला के परिवार को एक करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान खाप पंचायतों पर ही राजनीति करने के आरोप लगे. जिसके बाद अब खाप पंचायतों ने मजबूत विपक्ष खड़ा करने के खुद के फैसले को बीच में ही छोड़ दिया है.