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मजूबत विपक्ष खड़ा करने की कोशिश में लगे खाप ने पीछे खींचे हाथ, रमेश दलाल ने दिया बड़ा बयान

खाप नेता रमेश दलाल ने बताया कि खाप पंचायत सभी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रही थी. मजबूत विपक्ष के बिना सरकार तानाशाह हो जाती है. बीजेपी सरकार की तानाशाही रोकने के लिए ही खाप पंचायतों ने सभी दलों को एकजुट करने की कोशिश की थी.

रमेश दलाल
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Published : Sep 17, 2019, 11:28 PM IST

जींद: खाप पंचायतें काफी दिनों से मजबूत विपक्ष खड़ा करने की कोशिश कर रही थी. खाप प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में कांग्रेस से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर इनेलो और बीएसपी से भी बात कर चुका था, लेकिन इससे पहले की कोई बात बन पाती खाप पंचायत ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं.

अब दलों को एक नहीं करेगी खाप पंचायत
खाप पंचायतों के प्रतिनिधि रमेश दलाल ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि खाप पंचायतें दलगत राजनीति नहीं करती. लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल के मुकाबले मजबूत विपक्ष जरूरी है. मजबूत विपक्ष के बिना सरकार तानाशाह हो जाती है. बीजेपी सरकार की तानाशाही रोकने के लिए ही खाप पंचायतों ने सभी दलों को एकजुट करने की कोशिश की थी.

चौटाला परिवार को एक नहीं कर पाई खाप पंचायत-दलाल
रमेश दलाल ने कहा कि इस बारे में उन्होंने खाप पंचायत की तरफ से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर, अजय चौटाला और अभय सिंह चौटाला से बात की थी. यहां तक की बीएसपी से भी चर्चा की गई थी. रमेश दलाल ने कहा कि खाप पंचायतों ने मजबूत विपक्ष के लिए ही चौटाला परिवार को एकजुट करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. अब खाप पंचायत सभी दलों को एक करने की कोशिश नहीं करेगी.

मजूबत विपक्ष खड़ा कर रही खाप पंचायत ने पीछे खींचे हाथ

ये भी पढ़िए: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की धमकी, छावनी में तब्दील हरियाणा के रेलवे स्टेशन

मजूबत विपक्ष खड़ा करना चाहती थी खाप पंचायत
बता दें कि हाल ही में खाप पंचायतों ने कई विपक्षी दलों से बातचीत की थी. इस दौरान खाप पंचायतों ने चौटाला परिवार यानी की अभय और अजय चौटाला के परिवार को एक करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान खाप पंचायतों पर ही राजनीति करने के आरोप लगे. जिसके बाद अब खाप पंचायतों ने मजबूत विपक्ष खड़ा करने के खुद के फैसले को बीच में ही छोड़ दिया है.

जींद: खाप पंचायतें काफी दिनों से मजबूत विपक्ष खड़ा करने की कोशिश कर रही थी. खाप प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में कांग्रेस से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर इनेलो और बीएसपी से भी बात कर चुका था, लेकिन इससे पहले की कोई बात बन पाती खाप पंचायत ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं.

अब दलों को एक नहीं करेगी खाप पंचायत
खाप पंचायतों के प्रतिनिधि रमेश दलाल ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि खाप पंचायतें दलगत राजनीति नहीं करती. लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल के मुकाबले मजबूत विपक्ष जरूरी है. मजबूत विपक्ष के बिना सरकार तानाशाह हो जाती है. बीजेपी सरकार की तानाशाही रोकने के लिए ही खाप पंचायतों ने सभी दलों को एकजुट करने की कोशिश की थी.

चौटाला परिवार को एक नहीं कर पाई खाप पंचायत-दलाल
रमेश दलाल ने कहा कि इस बारे में उन्होंने खाप पंचायत की तरफ से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर, अजय चौटाला और अभय सिंह चौटाला से बात की थी. यहां तक की बीएसपी से भी चर्चा की गई थी. रमेश दलाल ने कहा कि खाप पंचायतों ने मजबूत विपक्ष के लिए ही चौटाला परिवार को एकजुट करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. अब खाप पंचायत सभी दलों को एक करने की कोशिश नहीं करेगी.

मजूबत विपक्ष खड़ा कर रही खाप पंचायत ने पीछे खींचे हाथ

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मजूबत विपक्ष खड़ा करना चाहती थी खाप पंचायत
बता दें कि हाल ही में खाप पंचायतों ने कई विपक्षी दलों से बातचीत की थी. इस दौरान खाप पंचायतों ने चौटाला परिवार यानी की अभय और अजय चौटाला के परिवार को एक करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान खाप पंचायतों पर ही राजनीति करने के आरोप लगे. जिसके बाद अब खाप पंचायतों ने मजबूत विपक्ष खड़ा करने के खुद के फैसले को बीच में ही छोड़ दिया है.

Intro:अगले महीने हो रहे हरियाणा विधानसभा के चुनावों में सत्तारूढ़ दल भाजपा के सामने एक मजबूत, विपक्षी महागठबंधन खड़ा करने के प्रयासों में लगी खाप पंचायतों ने अपने हाथ इस मुहिम से अब पीछे खींच लिए हैं। खाप पंचायतों ने विपक्षी एकता के प्रयासों को स्थगित कर दिया है।विपक्षी एकता के लिए खाप पंचायतें अब कोई पहल नहीं करेंगी।
इनैलो से अपने रिश्तों को लेकर रमेश दलाल ने यह दिया जवाब
Body:

पंचायतों की तरफ से विपक्षी एकता के प्रयासों की अगुवाई कर रहे किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि खाप पंचायतें दलगत राजनीति नहीं करती। लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल के मुकाबले मजबूत विपक्ष जरूरी है। मजबूत विपक्ष के बिना अब सरकार तानाशाह हो जाती है और प्रदेश की भाजपा सरकार की तानाशाही रोकने के लिए ही खाप पंचायतों ने उनकी अगुवाई में विपक्षी एकता के लिए पहल की थी। इसमें कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा, तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष डा. अशोक तंवर, पूर्व सांसद डा. अजय चौटाला और इनैलो विधायक अभय सिंह चौटाला से बात हुई थी। बसपा नेताओं से ाी चर्चा हुई थी। विपक्षी एकता के प्रयासों के तहत ही चौटाला परिवार को एकजुट करने के लिए भरपूर प्रयास किए गए लेकिन बात नहीं बन पाई।

बाइट - रमेश दलाल , खाप प्रतिनिधि
Conclusion:
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