जींद: जिले के एक और किसान की टिकरी बॉर्डर पर दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. आज मृतक किसान रणधीर का पैतृक गांव छापड़ा (जींद) में हजारों किसानों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया. किसानों ने दो किलोमीटर से ज्यादा लंबे काफिले के साथ हाथों में तिरंगा लेकर बाइक रैली निकालकर मृतक किसान को अंतिम विदाई दी.
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष आजाद सिंह पालवा ने बताया की छापड़ा गांव से रणधीर काफिले के साथ 28 जनवरी को दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर गया था और कल रात दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई.
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आजाद सिंह पालवा ने कहा कि किसान आंदोलन में जींद जिले के पांच किसान जान गंवा चुके हैं. हरियाणा से करीब 70 और देश भर से करीब 170 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. पालवा ने कहा कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं.
आज जब किसान की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी तो अंतिम यात्रा को देखने के लिए घरों से लोग निकलकर सामने आए. मुखाग्नि से पहले पार्थिव शरीर से भारतीय किसान यूनियन का झंडा उतारकर बड़े बेटे को दिया गया. अंतिम यात्रा में काले कानून वापस लो, इंकलाब जिंदाबाद, किसान अमर रहे आदि नारे लगते रहे.
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