जींद: जींद में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों की परेशानी बढ़ गयी. मरीज इलाज के लिए भटकते नजर आए. ठंड के कारण सर्दी बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. लेकिन इलाज नहीं हो पाने के कारण मर्ज और बढ़ जा रहा है.
हड़ताल का असर: अस्पताल आए मरीजों को इलाज नहीं मिलने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में अपने बच्चे को दिखाने आयी बबीता नाम की महिला ने बताया कि बहुत देर से बैठे हुए हैं. लेकिन बच्चे को देखने वाला कोई नहीं है. बता रहे हैं कि डॉक्टर हड़ताल पर है इसलिए बच्चे का इलाज नहीं होगा. बहुत लोगों को हड़ताल के बारे में जानकारी नहीं थी. अस्पताल आने के बाद हड़ताल के बारे में जानकारी मिली. भीषण ठंड के मौसम में दूरदराज से आए मरीजों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ओपीडी के साथ कई सेवा बंद कर दी गयी है.
हड़ताली डॉक्टरों की मांग: डॉक्टरों का कहना है कि सरकार उनकी लंबित मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. 27 दिसंबर को भी अपनी मांगों को लेकर ही हड़ताल पर गए थे. लेकिन सरकार ने सुध नहीं ली. हालांकि आज फिर वार्ता होने वाली है. वार्ता के बाद क्या नतीजा निकलता है, उस पर आगे की कार्रवाई निर्भर करेगी. डॉक्टरों की मांग है कि एक विशेषज्ञ कैडर का गठन किया जाए, एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए, पीजी के लिए बांड राशि एक करोड़ से घटाकर 50 लाख किया जाए और एसीपी जल्द से जल्द लागू किया जाए.
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